महासमुन्द

पालक आपसी रंजिश के कारण आरोप लगा रहे हैं- शिक्षक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4 सितंबर। बसना ब्लॉक के ग्राम पंचायत खोखसा के आश्रित ग्राम पलसाभाड़ी स्थित मिशन स्कूल में पालक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। पिछले कई दिनों से स्कूल में सिर्फ शिक्षक ही आ रहे हैं।
पालकों ने आरोप लगाया कि लगभग 2 साल पहले स्कूल में शिक्षक अमित चौहान द्वारा स्कूल में ही एक नाबालिग छात्रा के साथ छेडख़ानी की गई थी। जिसके बाद पीडि़त के पिता ने अन्य पालकों की सलाह पर थाना सरायपाली और मिशन संस्था के प्रबंधन समिति को इसकी शिकायत की थी, लेकिन थाना से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन समिति ने पालकों और पीडि़त बच्चे को आपसी बैठक लेकर कहा कि संस्था और स्कूल की बदनामी होगी। शिक्षक स्वयं ही इस्तीफा दे देगा। यही इसकी सजा है और वह कभी भी स्कूल नहीं आएगा।
इस घटना के बाद शिक्षक अमित चौहान हाईकोर्ट से प्रबंधन समिति और पालकों को गुमराह कर इस्तीफे पर स्टे ले आया है। इसमें हाईकोर्ट में अपने घरेलू कारण को बहाना बताकर पुन: ज्वानिंग के लिए आदेश ले आया है। बाद में पालकों को पता चला कि अमित चौहान फि र से स्कूल आ गया है।
इस संबंध में गुरूवार को पलसाभाड़ी के स्कूल के बाहर पालक जमा हुए और सभी ने निर्णय लिया कि कार्रवाई नहीं होने पर बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। पीडि़ता के पिता और अन्य पालकों ने बताया कि थाना सरायपाली से कार्रवाई नहीं होने पर वे महासमुंद एसपी के पास जाएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो बच्चों का टीसी निकालकर अन्य स्कूल में दाखिला करेंगे।
वहीं प्रबंध समिति के पूर्व वित्त सचिव श्री बाघ ने इस पर कहा कि उस समय ऐसी घटना हुई थी, लेकिन अमित चौहान ने एफ आईआर से बचने के लिए स्वयं इस्तीफ ा दे दिया था। उस पर कोई भी दबाव नहीं बनाया गया था। बाद में अमित चौहान हाईकोर्ट से पुन: ज्वानिंग के लिए आदेश ले आया और लोगों को गुमराह किया है।
इस संबंध में शिक्षक अमित चौहान ने कहा कि जिस बच्चे के पालक ने आरोप लगाया है वह आपसी रंजिश के कारण आरोप लगा रहे हैं। आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। प्रबंध समिति द्वारा भी मेरे खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की गई है।