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‘ऐरावत’ से बढ़ी बीएसएफ की ताकत
22-Jan-2022 5:11 PM
‘ऐरावत’ से बढ़ी बीएसएफ की ताकत

दुर्ग पहुंचीं 10 एमपीवी, अब नहीं होगा लैंड माइंस का कोई असर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 22 जनवरी।
नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात बीएसएफ के जवानों की ताकत अब कई गुना अधिक बढ़ जाएगी। इसके लिए जबलपुर से 10 माइंस प्रोकेटिव व्हीकल मंगाई गई है। इनका नाम ‘ऐरावत’ रखा गया है।
यह हाथी के समान विशाल और इतना मजबूत है कि इस पर लैंड माइंस का भी कोई असर नहीं होगा। यह गाड़ी पूरी तरह से बुलेट प्रूफ है, और इसमें लाइट मोटर गन चलाने की भी सुविधा दी गई है। बीएसएफ के जवान ऐरावत पर सवार होकर नक्सल क्षेत्रों में सुरक्षित सर्चिंग ऑपरेशन चला सकेंगे और मुठभेड़ में अंदर बैठकर ही अपने आपको सुरक्षित रखते हुए टारगेट को शूट कर सकेंगे।

गौरतलब हो कि दुर्ग आरटीओ से रजिस्ट्रेशन के बाद यह सभी वाहन बस्तर के अबूझमाड़ से लेकर रावघाट क्षेत्र, कांकेर और अंतागढ़ में भेज दिए जाएंगे। माओवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए बीएसएफ की 8 बटालियन तैनात हैं। इन सभी बटालियन के पास ऐरावत आ जाने से इनकी ताकत बढ़ गई जाएगी। जवान और जोश के साथ नक्सल विरोधी मूवमेंट कर सकेंगे।

बीएसएफ के डीआईजी सुमंदर दबास ने बताया कि छत्तीसगढ़ के पास 10 एमपीवी आई है। इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सभी दस्तावेज दुर्ग आरटीओ भेजे गए हैं। रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद इसे अलग-अलग नक्सल क्षेत्रों में भेजा जाएगा। इन माइंस प्रोकेटिव व्हीकल के आ जाने से बीएसएफ लगातार बढ़ते नक्सली उत्पात पर लगाम लगा सकेगी।नक्सलियों की ताकत को कम करने के लिए बीएसएफ के सीमांत मुख्यालय के तहत आने वाले भिलाई और दुर्ग का सेक्टर हेडक्वार्टर अब भानुप्रतापपुर में शिफ्ट होगा। दोनों हेड क्वार्टर के शिफ्ट होने के बाद बीएसएफ नक्सल क्षेत्र में ग्रामीणों के और नजदीक तक पहुंच सकेगी।


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