कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 8 जुलाई। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा औचक निरीक्षण के लिए 7 जुलाई को फरसगांव तहसील कार्यालय पहुंचे। जांच में खामियां मिलने पर तहसीलदार व कर्मियों को नोटिस जारी किया गया है।
उन्होंने तहसील न्यायालय व राजस्व कार्यों के प्रकरणों की दावा पंजी, अतिक्रमण पंजी, नाजिर शाखा की पंजी, कैश बुक आदि की जांच की गई। जांच में प्रकरणों की दावा पंजी व नाजिर शाखा की प्रविष्टियों में अंतर पाया गया।
जांच में पाया गया कि तहसील न्यायालय में 19 प्रकरणों को दर्ज नहीं किया गया साथ ही इन प्रकरणों की सुनवाई हेतु, तिथि भी नियत नहीं की गई थी। इसके अतिरिक्त न्यायालय में संधारित होने वाले सामान्य कैश बुक व नायब नाजिर शाखा की पंजियों को अद्यतन नहीं किया गया था। जिसे सिविल सेवा नियम 1965 के नियमों के विपरित पाते हुए कार्य के प्रति उदासिनता व दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही के लिए कलेक्टर ने वर्तमान फरसगांव प्रभारी तहसीलदार उईस्यानी के. मानकर व पूर्व प्रभारी तहसीलदार हार्दिक श्रीवास्तव सहित नायब नाजिर शाखा प्रभारी तिहारू राम शांडिल्य, सहायक ग्रेड 03 सहदेव शोरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिसके तहत् उन्हें जवाब हेतु, समय प्रदान किया गया, निश्चित समयावधि में समाधानात्मक जवाब न प्राप्त होने पर उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान संयुक्त कलेक्टर पवन कुमार प्रेमी, रीडर बसंत देवांगन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।