कोण्डागांव

लता उसेण्डी ने दौरा कर धान खरीदी केंद्रों का लिया जायजा
30-Dec-2020 9:15 PM
 लता उसेण्डी ने दौरा कर धान खरीदी केंद्रों का लिया जायजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 30 दिसंबर। कोण्डागांव जिलांतर्गत 10 भाजपा मंडलों में धान खरीदी केंद्रों पर जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा के माध्यम सेे निगरानी समिति का गठन किया गया है। निगरानी समिति के सभी सदस्य जिले में अपने मंडल के धान खरीदी केंद्रों पर किसानों को होने वाली असुविधाओं को दूर करने का प्रयास करने के साथ ही पूरी मुस्तैदी के साथ प्रत्येक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हंै। प्रत्येक लैंप्स में दो सदस्यीय समिति द्वारा भेजी गई शिकायत पर संगठन द्वारा आगे कार्रवाई के लिए प्रशासन को अवगत करवाया जा रहा है। इसी क्रम में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेण्डी द्वारा बफना व चीपावंड धान खरीदी केंद्र का दौरा किया गया। उन्होंने बताया कि, देर से धान खरीदी प्रारंभ करने के बाद भी किसानों को धान खरीदी केंद्रों पर अनेक कठिनाइयों एवं समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं।

 निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि, धान के उठाव में और बारदानों की कमी के चलते किसानों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान मौके पर मौजूद किसान दुकारुराम पोयाम, सिवनापदर, पोस्ट मुलमुला ने अपनी आपबीती साझा की। उन्होंने बताया कि, गत वर्ष 37 क्विंटल धान बेचा था किन्तु इस वर्ष मात्र 7 क्विंटल धान का टोकन कटा हैं। उक्त किसान का रकबा कैसे कम हो गया उसे जानकारी नहीं है। जिमेदारों से पूछने पर गोलमोल जवाब दिया जाता हैं। जबकि उनकी खेती का कुल रकबा 1 हेक्टेयर अर्थात 2.471 एकड़ है और समूचे रकबे में उसने धान उपार्जन किया हैं। वहीं मोतीलाल पांडे व मधुराम ने बताया कि, बारदाने की कमी के चलते बाजार से 25 से 30 रुपए प्रति नग की दर से किसान बारदाने खरीदने को मजबूर हैं जबकि शासन द्वारा अब तक बारदाने की कीमत भी तय नहीं की गई हैं। चिपावंड धान खरीदी केंद्र में अव्यवस्था का आलम यह था कि धान रखने के लिए नव निर्मित चबूतरे का एक हिस्सा भी टूटा हुआ पाया गया।

इसी तरह ग्राम बफना के खरीदी केंद्र में उठाव न होने के चलते जाम की स्थिति निर्मित हो चुकी हैं। मनोज कौशिक ने कहा कि, यदि जल्द ही मिलरों द्वारा ट्रांसपोर्ट के माध्यम से धान नहीं उठाया गया तो पहले से ही कछुआ चाल से चल रही खरीदी पर ब्रेक लगने की नौबत आ जाएगी।

 निगरानी समिति के सदस्यों द्वारा निरीक्षण उपरांत प्रथम दृष्टया यह बात निकलकर सामने आ रही है कि, कभी बारदाना का बहाना बनाते हैं तो कभी धान खरीदी केन्द्रों पर कर्मचारियों द्वारा धान लेने में देरी करने के कारण जाम की स्थिति बन रही हैं एवं किसानों का रकबा कम करने से किसान कम धान बेच पा रहे हैं व धान बेचने के लिए किसान को टोकन के लिए भी इधर-उधर भटकना पड़ रहा हैं। इस दौरान जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा, मंडल अध्यक्ष मीनू कोर्राम, मीडिया प्रभारी रौनक दीवान, प्रकाश तिवारी, सरपंच सूरज नेताम, पंच संगीता मरकाम, बैजू नेताम, बुधमन नेताम मौजूद रहे।


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