कोण्डागांव

टोलकर्मी मूकदर्शक बने रहे, सुरक्षा इंतज़ामों पर उठे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 13 सितंबर। मसोरा टोल प्लाजा पर बीती रात दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाहन में आग लगने के बावजूद टोल प्लाजा पर तैनात कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोई कोशिश नहीं की। हादसे के दौरान टोलकर्मी केवल तमाशबीन बने रहे, जिससे वहां मौजूद लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि टोल प्रबंधन की ओर से किसी भी तरह की फायर सेफ्टी व्यवस्था दिखाई नहीं दी। न तो अग्निशमन यंत्रों का उपयोग किया गया, और न ही किसी प्रकार की आपातकालीन सहायता मौके पर उपलब्ध थी।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह घटना एक बड़ी लापरवाही को उजागर करती है और यदि भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना की पुनरावृत्ति होती है, तो टोल प्रबंधन शायद ही किसी की जान बचाने में सक्षम होगा।
प्रशासन से मांग की जा रही है कि टोल प्लाजा पर फायर सेफ्टी उपकरणों की अनिवार्य जांच की जाए और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही टोलकर्मियों को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण देने की भी आवश्यकता है।