कोण्डागांव

नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर कराया शाला प्रवेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 27 जून। जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन गुरुवार को कोण्डागांव के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं कोंडागांव विधायक लता उसेंडी सम्मिलित हुईं। कार्यक्रम में विधायक सहित सभी अतिथियों ने नवप्रवेशी बच्चों को उत्साहपूर्वक तिलक लगाकर एवं मिष्ठान खिलाकर उनका स्वागत किया और नि:शुल्क गणवेश, पुस्तक भी दिया गया। कार्यक्रम में सरस्वती साइकिल योजना के तहत 20 बालिकाओं को नि:शुल्क सायकिल प्रदाय किया गया।
स्थानीय विधायक लता उसेण्डी ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों को ‘लर्न टूडे-लीड टूमारो’ का मंत्र देते हुए कहा कि बेहतर भविष्य के लिए ईमानदारी के साथ मेहनत करते हुए आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी भी क्षेत्र में या विधा में रूचि हो, उस क्षेत्र में आगे बढ़ें, क्योंकि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता, बल्कि आपकी ईमानदारी और मेहनत ही सफलता की मुकाम तक ले जाती है। उन्होंने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपने शिक्षकों का सम्मान करें और उनके मार्गदर्शन मेहनत के साथ पढ़ाई करते हुए अपने स्कूल, परिवार और जिले का गौरव बढ़ाएं।
कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना ने कहा कि शाला प्रवेश उत्सव जीवन का महत्वपूर्ण पल होता हैं। विद्यालय के लिए गौरव की बात है कि कोण्डागांव विधायक सुश्री लता उसेण्डी यहां से पढक़र निकली है और इस मुकाम पर पहुंची है। उन्होंने बच्चों से कि कि जिस क्षेत्र में रूचि हो उस क्षेत्र में पूरी आत्मविश्वास के साथ अच्छी मेहनत करें और आगे बढ़ें। उन्होंने बच्चों को हैंडराइटिंग को बेहतर करने पर ध्यान देने की सलाह दी।
नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष नरपति पटेल और पूर्व विधायक सेवक राम नेताम ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नवप्रवेशी बच्चों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम में राज्य स्तर पर विभिन्न प्रतियोगितायों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दिव्यांग बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में न्योता भोज का भी आयोजन किया गया, जिसमें विधायक सुश्री उसेण्डी और कलेक्टर ने स्वयं बच्चों को भोजन परोसा।
इस अवसर पर नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष जसकेतू उसेण्डी और सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे और शिक्षकगण उपस्थित थे।