कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 जून। छत्तीसगढ़ में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को लेकर उठ रहे विरोध का स्वरूप अब संगठित रूप ले चुका है। इस कड़ी में कोण्डागांव जिले के शिक्षकों ने शिक्षक साझा मंच के प्रदेश संचालक केदार जैन, जिला संचालक ऋषिदेव सिंह, कौशल कुमार नेताम, शंकर नेताम, जीवन पाण्डेय, प्रदेश पदाधिकारी चन्द्रकांत ठाकुर, शिवराज सिंह ठाकुर, रमेश चंद्र सोनवंशी, पवन साहू के अपील पर साझा मंच के नेतृत्व में 16 जून से अपने कर्तव्य स्थल पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शासन की नीतियों के विरोध स्वरूप काली पट्टी लगाकर स्कूल पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराया।
शिक्षकों ने इस विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण के प्रकिया में भारी अनिमियतता पर आक्रोश जताया। इसके पूर्व भी संगठन अलग अलग तरह से विरोध दर्ज किये हैं, पर अब शाला खुल जाने से शिक्षकों ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के साथ साझा मंच के रणनीति अनुसार इस विरोध प्रदर्शन को शाला प्रवेश उत्सव जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों सहित शैक्षिक कार्य में काली पट्टी लगाकर भागीदारी के साथ की जाएगी। साथ ही सभी जनप्रतिनिधि, एसएमसी के सदस्यों व ग्रामीणों को इसकी खामियां गिनाई जाएगी।
कोण्डागांव के शिक्षकों ने संगठन के इस नीति पर अपनी समर्थन जाहिर किया और प्रतीकात्मक रूप से सरकार के युक्तियुक्तकरण नीतियों पर विरोध दर्ज कराने में सफल रहे । कोण्डागांव के लगभग सभी संस्था से हो रहा यह विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।
शिक्षक साझा मंच अब सामाजिक संगठनों व आम जनता से संवाद स्थापित कर आंदोलन को जन समर्थन देने की अपील करेंगे।
शिक्षक साझा मंच के जिला संचालक ऋषिदेव सिंह ने बताया कि विद्यालय का पहला दिन काली पट्टी लगाकर जाना अंतर्मन से तकलीफ देने वाला है।
पर क्या करें हमारी मजबूरी है। कोई भी इस विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया पर सुनने वाला नहीं है।
जिला संचालक ने मुख्यमंत्री से मांग की कि संवेदनशीलता दिखाते हुए इस विसंगतिपूर्ण प्रक्रिया को रद्द करते हुए 2008 के सेटअप के साथ नए सिरे से युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया कराई जावे।
ऋषिदेव सिंह सिंह ने बताया कि आज सत्र के प्रथम दिन कोण्डागांव जिला के पांचों विकासखंडों से हजारों शिक्षकों ने काली पट्टी लगाकर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है।