कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 13 मई। गोंडवाना समाज भवन माकड़ी में प्रकृति शक्ति बुढ़ादेव की देवगुड़ी का उद्घाटन एवं पेनबनाओ की स्थापना के शुभ अवसर पर तीन दिवसीय विशेष आयोजन किया गया है। इस सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक आयोजन का दूसरा दिन सोमवार को विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहा।
दूसरे दिन के कार्यक्रम में परंपरागत पेनबनाओ की विधिवत स्थापना की गई, जिसमें करसाड़ एवं गायता पुजारी द्वारा समाज की समृद्धि, सुरक्षा और शांति के लिए सेवा अर्जी की विशेष पूजा संपन्न कराई गई। यह आयोजन जनजातीय संस्कृति की गहरी जड़ों से जुड़ा हुआ है, जिसमें बुढ़ादेव को प्रकृति का संरक्षक और समाज की आत्मिक शक्ति के रूप में पूजा जाता है।
मुख्य रूप से इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी की विशेष उपस्थिति रही। उन्होंने समाज को अपनी शुभकामनाएं देते हुए जनजातीय संस्कृति और परंपरा के संरक्षण को बेहद जरूरी बताया। लता उसेंडी ने समाज की एकजुटता और परंपरा के प्रति आस्था की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन आने वाली पीढिय़ों के लिए सांस्कृतिक धरोहर के रूप में कार्य करेंगे।
इस अवसर पर जनपद पंचायत माकड़ी की अध्यक्ष जुगबती पोयाम, उपाध्यक्ष बैसाखू राम कोर्राम, सरपंच रुक्मणी पोयाम, जनपद सदस्य वीरेंद्र प्रधान, अंगद पटेल, जिला सदस्य भगवती नेताम, रदमा बघेल, मंडल अध्यक्ष संजू ग्वाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपेंद्र नाग, अजजा जिला अध्यक्ष संजू पोयाम, प्रताप पोयाम, ललित पोयाम, भानु ठाकुर, हेमधर पटेल, युवा मोर्चा अध्यक्ष रोशन सेन सहित बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि एवं समाजजन उपस्थित रहे।
समारोह में उपस्थित अतिथियों ने पारंपरिक पूजा-अर्चना में भाग लेकर समाज की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सराहा और आने वाली पीढिय़ों को इस परंपरा से जोडऩे की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुति और सामूहिक भोज के साथ हुआ। तीन दिवसीय यह आयोजन क्षेत्र की जनजातीय पहचान और आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक बनकर सामने आया है। आयोजन का अंतिम दिन मंगलवार को बुढ़ादेव आराधना और आशीर्वाद समारोह के साथ संपन्न होगा।