कोण्डागांव

कोंडागांव, 29 मार्च। मुरारीपारा बड़ेबेंदरी एवं बाजारपारा कोंडागांव कब-बुलबुल टीम ने बलिदान दिवस मनाया।
भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ कोंडागांव के जिला संरक्षक कुणाल दुदावत ,जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला आयुक्त आदित्य चांडक के निर्देशानुसार तथा जिला संगठन आयुक्त भीषभ देव साहू ,जिला सचिव चमन लाल सोरी, जिला प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट श्यामलाल कोर्राम,जिला प्रशिक्षण आयुक्त गाइड श्रीमती नीलम श्रीवास्तव के कुशल मार्गदर्शन में कब– मास्टर पवन कुमार साहू शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा बड़ेबेंदरी एवं फ्लॉक लीडर दीपमाला वैष्णव शासकीय प्राथमिक शाला बाजार पारा कोंडागांव के नेतृत्व में शिक्षिका संतोषी पटेल, सुधा अवस्थी, मंजू लता उईके, लक्ष्मी साहू, एवं कब बुलबुल टीम के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में राजगुरु, सुखदेव एवं भगत सिंह की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए शहीद दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर कब-मास्टर पवन कुमार साहू एवं फ्लॉक लीडर दीपमाला वैष्णव ने जानकारी देते हुए कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ब्रिटिश सरकार के खिलाफ थे और भारत को स्वतंत्र करना चाहते थे। लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लेने के लिए तीनों क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह करने की ठानी और तीनों को ब्रिटिश सरकार ने अलग-अलग मामलों के तहत गिरफ्तार किया।
भारतीयों के आक्रोश के डर के कारण तय तारीख 24 मार्च 1931 से एक दिन पहले गुपचुप तरीके से तीनों को 23 मार्च 1931 को आजादी की लड़ाई में शामिल क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा दी गई थी। इसलिए हम प्रतिवर्ष 23 मार्च को आजादी की लड़ाई में अपनी कुर्बान करने वाले अमर शहीदों की याद में शहीद दिवस मनाते हैं।
इस अवसर पर उपस्थित कब-बुलबुल टीम के समस्त छात्र छात्राएं एवं शिक्षकों ने अमर शहीदों को पुष्प अर्पित करते हुए राजगुरु, सुखदेव एवं भगत सिंह के बताए गए मार्ग पर चलते हुए समाज एवं राष्ट्रहित में कार्य करने हेतु शपथ ली गई।