कोण्डागांव

जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, काम नहीं होने देंगे- ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 9 दिसंबर। केशकाल तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तोषकापाल के गौरबहार नदी में लगभग 7 करोड़ की लागत से सेतु (ब्रिज) की निर्माण हो रहा है। ब्रिज निर्माण स्थल पर तोषकापाल के कुछ ग्रामीणों की जमीन भी अधिग्रहित की गई है। वर्ष 2021 में राजस्व विभाग व पीडब्ल्यूडी सेतु विभाग ने 7 ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण कर उन्हें मुआवजा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज लगभग 2 साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिला है। जिसके चलते आक्रोशित ग्रामीण अब मुआवजा मिलने तक निर्माण कार्य बंद करवाने की बात कह रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ ने जब ग्रामीणों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हम लोगों को आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही हमें मुआवजा मिलेगा। लेकिन आज 2 साल भी जाने के बाद भी मुआवजा नहीं मिला है। हम सब ग्रामीण चंदा इक_ा कर जिला कार्यालय, एसडीएम कार्यालय व कांकेर कार्यालय का कई चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन अब तक हमें जमीन का मुआवजा नहीं मिला है। इसलिए हम सब ग्रामीण मिलकर निर्णय लिए हैं कि जब तक हमें मुआवजा नहीं मिलेगा, हम काम होने नहीं देंगे ।
3 माह के भीतर ब्याज के साथ मिलेगा मुआवजा-एसडीएम
इस विषय पर केशकाल एसडीएम शंकर लाल सिंह ने बताया कि तोषकापाल के 7 ग्रामीणों को मुआवजा मिलना शेष है। धारा 19 की कार्यवाही पूरी हो चुकी है और धारा 21 की कार्यवाही हेतु लगभग 3 माह का समय लगेगा। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि सभी ग्रामीणों को ब्याज समेत मुआवजा दिया जाएगा।
विभाग की लापरवाही से अक्सर ठेकेदार होते हैं परेशान
जब भी किसी विभाग के द्वारा गांव में कोई भी निर्माण कार्य करवाया जाता है, तो सबसे ज्यादा ठेकेदार को परेशानी होती है । क्योंकि जब भी बड़े पैमाने पर किसी प्रकार का निर्माण कार्य होता है, और उसमें ग्रामीणों का जमीन अधिग्रहण किया जाता है तो ग्रामीणों को उचित मुआवजा राशि देने का प्रावधान होता है। क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि विभाग की लापरवाही व आधा अधूरे कार्य के कारण ठेकेदार को कार्य करने में काफी परेशानी होता है। इसी का खामियाजा आज तोषकापाल में चल रहे निर्माण कार्य में ठेकेदार को बार-बार काम बन्द करना पड़ रहा है। क्योंकि मुआवजा नहीं मिलने के चलते ग्रामीण काम ही बंद करवा देते हैं।