कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 27 नवंबर। रविवार को कन्या छात्रावास विश्रामपुरी में संविधान दिवस मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि न्यायिक मजिस्ट्रेट व्यवहार न्यायालय केशकाल प्रथम श्रेणी अंजलि सिंह, विशेष अतिथि थाना प्रभारी विश्रामपुरी श्रीमान संजय वट्टी, रिटेनर अधिवक्ता मनीषा तिवारी, तालुक विधिक सेवा समिति केशकाल, छात्रावास अधीक्षिका, डालसा-पी.एल.वी., अनिल कुमार मंडावी केशकाल, लैला मरकाम विश्रामपुरी थाना, अमृत नरेटी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि ने बताया कि आज तारीख देशभर में संविधान दिवस के रूप में जाना जाता है। आज ही के दिन यानी 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अपनाया था। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ। संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है।
संविधान किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए शीर्षक होता है। संविधान के अंतर्गत लोकतांत्रिक सरकार का गठन किया जाता है। देश में सभी कार्य संविधान के तहत ही होते हैं। कोई भी संविधान में अपनी मर्जी से कोई भी बदलाव नहीं कर सकता है। संविधान सरकार का निर्णय करने का अधिकार देता है ।और सरकार इसके अंतर्गत देश की सुरक्षा लोगों, की सुरक्षा, देश में सौहार्द और ईमानदारी की स्थापना करता है।
कानून के माध्यम से लोगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना होता है फिर चाहे वो अमीर, गरीब या किसी भी स्थिति में हो। कानून का दर्जा सभी के लिए बराबर माना जाता है। कानून यह सुनिश्चित करने का काम करता है कोई भी मजबूत व्यक्ति अपने से कमजोर पर किसी भी प्रकार से उनके बिना मर्जी के कुछ भी न करवा सके। सामान्य भाषा में कानून लोगों के हितों की रक्षा करता है।
साइबर क्राइम मोबाइल द्वारा हो रहे आपराधी एवं प्रकाश डालते हुए कहा कि ऑनलाइन मकडजल की तरह पहनती जा रही है। इससे बचने हेतु सतर्कता आवश्यक है। अपनी निजी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें।
ओटीपी बिल्कुल भी शेयर न करें, ऑनलाइन खरीदारी करते वक्त पूर्ण सतर्कता बरतें, बढ़ती आपराधिक गतिविधियों से जीवन भर की जमापूंजी चुटकियों में खोने का जोखिम न उठाएं। अपने माता-पिता एवं अन्य लोगों को इसकी जानकारी दें, रिटेनर अधिवक्ता मनीषा तिवारी ने पॉक्सो एक्ट अधिनियम 2012 से संबंधित विस्तार से जानकारी दी।