कोण्डागांव

साल भर पहले बांध में डूबने से 4 आदिवासी स्कूली बच्चों की हुई थी मौत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 अगस्त। स्वामी आत्मानंद स्कूल के चार 12वीं के छात्रों की डैम में डूबने से मौत को लेकर समाज और परिजनों को कोई जांच प्रतिवेदन नहीं मिलने पर एक साल बाद पुन: ज्ञापन सौंपा और आक्रोश व्यक्त कर जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
ज्ञात हो कि 29 जुलाई 2022 को स्वामी आत्मानंद स्कूल के चार 12वीं के चारों आदिवासी समाज के बच्चों की संदेहास्पद रूप से डाडिया डैम में डूबने से मौत हुई थी, जिसको लेकर 22 अगस्त2023 को गोंडवाना समाज समन्वय समिति ने बैठक बुलाकर सभा कर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के नाम एसडीएम कार्यालय में तहसीलदार के हाथों ज्ञापन सौंपा और जांच प्रतिवेदन अभी तक समाज और परिजनों को प्राप्त न होने पर आक्रोश व्यक्त किया। कार्रवाई नहीं होने चरणबद्ध आंदोलन जिला संभाग और प्रांत स्तर से करने की बात कही।
ज्ञापन में उल्लेख है कि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल कोंडागांव के बारह व अन्य तीन लड़कियां डाडिया डेम बफना (कोंडागांव) में कक्षा 12 वीं (बायोग्रुप) में अध्ययनरत बच्चों के द्वारा हमारे होनहार आदिवासी चार बच्चों को जबरन सैर कराने (घूमाने) ले गये थे, उन बच्चों में से केवल होनहार आदिवासी चार बच्चों को 29.07.2022 दिन शुक्रवार को खाद्य सामग्री में नशीले पदार्थ / जहर खिलाकर पानी में डूबाकर हत्या किया गया है। जो अत्यंत ही गंभीर एवं पीड़ादायक है। इस मौत से पीडि़त परिवार के साथ-साथ आदिवासी समाज को भारी क्षति हुई है और ऐसी घटना से आदिवासी समाज काफी आहत है।
उपरोक्त संदर्भित पत्रों के माध्यम से एफआईआर दर्ज कर कंडिका क्र.-01 से कंडिका क्र.-19 तक बिन्दुओं पर निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कठोर सजा देने के लिये आवेदन प्रस्तुत किया गया है। आपके द्वारा महारैली एवं आमसभा स्थल पर आकर और कलेक्टर कार्यालय में समाज के प्रतिनिधियों को बुलाकर आश्वस्त किया कि दोषियों पर कठोर कार्यवाही कर सजा दी जाएगी और पीडि़त परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
आवेदन प्रस्तुत किया एक वर्ष (बारह माह) से ज्यादा हो चुका है। अभी तक शोकाकुल परिवार एवं गोंडवाना समाज को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया है तथा पुलिस प्रशासन के द्वारा दोषियों के विरूद्ध थाने में एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है। इससे शोकाकुल परिवार एव गोंडवाना समाज आक्रोश है।
आदिवासी समाज के मृतक होनहार चार बच्चों के दोषी हत्यारों को फांसी की सजा हो । दोषियों को कठोर दंडात्मक कार्यवाही नहीं होने की स्थिति में गोंडवाना समाज चरणबद्ध तरीके से उग्र आंदोलन जिला, संभाग, प्रांत में करने के लिये बाध्य होगा।
चार होनहार आदिवासी बच्चों को न्याय दिलाने के लिये चरणबद्ध आंदोलन के दौरान किसी प्रकार की जनहानि का नुकसान होता है। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर समाज के पांचों ब्लॉक की पदाधिकारी जिला कार्यवाहक गोंडवाना समाज समन्वय समिति रूपचंद ध्रुव, संरक्षक सुकलाल दरो, जिला सदस्य श्यामलाल नेताम, गो. सा.स.स. कोंडागांव ब्लाक अध्यक्ष सोंधर नेताम, फरसगांव ब्लाक अध्यक्ष छेरकू नेताम, केशकाल ब्लाक अध्यक्ष सतऊ नेताम, युवा प्रभाग जिला अध्यक्ष रोशन गावडे, सतीश नेताम और भी अन्य सभी ब्लाक से आये समाज के लोग शामिल थे।