कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 13 अगस्त। जिला के बयानार थाना क्षेत्र अंतर्गत रेंगागोदी में नक्सलियों ने बीती रात अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। यहां नक्सलियों ने गांव के कोटवार धर्मदास बघेल को पुलिस मुखबिर का आरोप लगाते हुए मौत के घाट उतार दिया है। नक्सलियों ने घटना की जिम्मेदारी लेते हुए मौके पर नक्सली पर्चा भी छोड़ा है।
घटना की आधिकारिक पुष्टि करते हुए कोण्डागांव के नक्सली आप्स डीएसपी व बयानार एसडीपी सतीश भार्गव ने जानकारी देते हुए बताया कि 12 और 13 अगस्त की दरमियानी रात 10 से 12 वर्दी धारी नक्सली बयानार थाना क्षेत्र अंतर्गत रेंगागोदी गांव पहुंचे हुए थे। यहां पहुंचकर उन्होंने गांव के कोटवार धर्मदास बघेल पर पुलिस मुखबिर का आरोप लगाते हुए उसकी निर्मम हत्या कर दी है।
इस घटनाक्रम को लेकर डीएसपी सतीश भार्गव ने दावा किया है कि क्षेत्र में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं, जिससे नक्सली बौखलाहट के साथ बैकफुट पर है। अपनी बौखलाहट के चलते उन्होंने उपस्थिति दर्ज कराते हुए इस कायराना हरकत को अंजाम दिया है। सतीश भार्गव का कहना है कि कोटवार धर्मदास का शासकीय कार्य के चलते कोण्डागांव जिला मुख्यालय आना जाना लगा रहता था। इस पर पुलिस मुखबिर होने का निराधार आरोप लगाया गया है। धर्मदास का पुलिस मुखबारी होने से कोई लेना-देना नहीं था। साथ ही उन्होंने कहा कि, घटना के बाद पुलिस की गस्त और एरिया डोमिनेशन की कार्रवाई तेज कर दी गई है।
पहले भी मिल चुका था नक्सलियों से धमकी
घटना को लेकर ग्रामीण सोर्स ने बताया कि, ग्राम कोटवार धर्मदास बघेल का लगातार कोण्डागांव जिला मुख्यालय आना जाना लगा रहता था। इसके चलते वह नक्सलियों के निशाने पर रहा करता था। वर्ष 2013-14 में नक्सलियों ने धर्मदास बघेल पर नक्सली मुखबिर होने का आरोप लगाकर उसे समझा भी दिया था।
बयानार एरिया कमेटी ने लिया घटना का जिम्मेदारी
कोटवार धर्मदास बघेल के हत्या के बाद मौके से नक्सली पर्चा जप्त किए गए हैं। पर्चा के अनुसार, घटना की जिम्मेदारी बयानार क्षेत्र में सक्रिय भारत की कम्युनिस्ट पार्टी बयानार एरिया कमेटी ने जिम्मेदारी ली है। उसे पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप भी लगाया गया है।