कोण्डागांव

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
कोण्डागांव, 11 अगस्त। नालसा एवं सालसा के प्लॉन एक्शन के तहत् उत्तरा कुमार कश्यप जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोण्डागांव के मार्गदर्शन एवं स्वयं उपस्थित होकर मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के बाद भारत के संविधान ने जनजातीय वर्ग के लोगों को विशेष दर्जा प्रदान करने के लिए कई प्रावधानों को अपनाया और संसद के विभिन्न सुरक्षात्मक कानूनों के माध्यम से उनके हितों की रक्षा के लिए सचेत प्रयास, और पंचायती राज संस्थानों के तहत पंचायत राज अधिनियम 1996 के संबंध में जानकारी देते हुए उनकी भाषा बोली, संस्कृती की संरक्षण करने के संबंध में प्रेरित किया गया।
न्यायाधीशों ने जनजातीय वर्ग मुद्दे व कानूनी अधिकार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989, भूमि, आवास, आजीविका, राजनितिक व्यवस्था, संस्कृति के संबंध में, भूमि अधिग्रहण, पुर्नवास, आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी तथा रैली का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रिशिला पॉल होरो, अपर जिला न्यायाधीश कोण्डागांव, कमलेश कुमार जुर्री विशेष न्यायाधीश एफ.टी.एस.सी. (पॉक्सो) कोण्डागांव, शिवप्रकाश त्रिपाठी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी कोण्डागांव, अम्बा शाह, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोण्डागांव, योगिता कवर न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी कोण्डागांव, के साथ समस्त न्यायिक कर्मचरीगण उपस्थित रहे।