कोण्डागांव

गौमूत्र बेचने व उत्पाद निर्माण प्रशिक्षण
23-Jul-2022 3:34 PM
गौमूत्र बेचने व उत्पाद निर्माण प्रशिक्षण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 जुलाई।
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर उपसंचालक पशुचिकित्सा सेवाएं डॉ. शिशिरकांत पाण्डे के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना योजना अंतर्गत बुधवार को गौमूत्र खरीदी के संबंध में बड़ेकनेरा में गौमूत्र क्रय एवं उत्पाद प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

उल्लेखनीय है, योजना अंतर्गत गोबर खरीदी के पश्चात अब छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गौपालन को लाभदायी बनाने हेतु गौमूत्र खरीदने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए पशुधन विकास विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में पशुचिकित्सा सहायक शल्य प्रभारी विकासखंड फरसगांव डॉ अल्का ठाकुर द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया गया कि छत्तीसगढ़ की गाय प्रतिदिन औसत सात लीटर मूत्र विसर्जित करती है। जिसका उचित तरीके से संग्रहण करने पर चार रुपये प्रति लीटर की दर से शासन द्वारा खरीदी की जावेगी। इस प्रकार संग्रहित गौमूत्र से समूह की महिलाओं द्वारा कीटनियंत्रण, जीवामृत, बीजामृत, ब्रम्हास्त्र बनाये जाएंगे। जिसका उपयोग जैविक खेती को बढ़ावा देने में किया जाएगा।

डॉ नीता मिश्रा ने बताया कि पतंजलि, हनीबूल व कम्पनी के गौमूत्र 120-450 रुपये प्रति लीटर की दर से उपलब्ध है। अत: परिस्थितियों को देखते हुए गुणवत्ता पूर्ण गौमूत्र उत्पाद का निर्माण किया जाएगा।  उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं द्वारा जैविक खेती का महत्व बताते हुए समूह की महिलाओं को उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि रसायनिक खाद एवं उर्वरक से पैदा किये जाने वाले उत्पाद धीमे जहर की तरह होते है, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को जन्म देते है। जिले को जैविक जिला बनाने हेतु गोधन न्याय योजना से जुडक़र अधिकाधिक जैविक खाद का उपयोग करने का प्रयास करें। उक्त कार्यक्रम में पशुवैज्ञानिक  कृषि विज्ञान केंद्र डॉ हितेश मिश्रा, प्रभारी पशुओषधालय बड़ेकनेरा वारिश नंद, स्मृति मिश्रा, माधुरी गौर, रीता पटेल, टिकेश्वरी सहित ग्राम बड़ेकनेरा, बोलबाला, राजागांव, कमेला, कोकोडी, सोनाबाल छोटेबंजोडा के हितग्राही उपस्थित रहे।
 


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