कोण्डागांव

जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक
13-Jul-2022 4:42 PM
जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 13 जुलाई।
जिले में अनवरत हो रही वर्षा के मद्देनजर नदी-नाले में बाढ़ की स्थिति पर सतत् निगरानी रखी जाये। बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष दूरभाष नम्बर 07786-242768 को 24 घण्टे संचालित किया जाये। अनुविभाग स्तर पर बाढ़ राहत समिति गठित करने सहित हरेक तहसील में क्विक रिस्पांस टीम गठित किया जाये। इसके साथ ही सूचना तंत्र को मजबूत बना कर रखा जाये। जिससे किसी भी क्षेत्र से बाढ़ की स्थिति निर्मित होने की सूचना पर तत्काल बचााव एवं राहत हेतु सहायता उपलब्ध कराया जा सके। उक्त निर्देश कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन समिति छीपक सोनी ने कलेक्टोरेट में आयोजित जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये।

कलेक्टर दीपक सोनी ने बैठक के दौरान जिले में वर्षा की स्थिति, नदी-नाले पर बाढ़ के पानी की स्थिति, मार्ग अवरूद्ध होने एवं सतर्कता के साथ बचाव हेतु पहल, बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ आपदा प्रबंधन हेतु पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित कर सभी को सुरक्षित रखने सक्रिय सहभागिता निभायें। बाढ़ आपदा से किसी भी स्थिति में जनहानि या पशु हानि न हो यह हमारा लक्ष्य होना चाहिए। कलेक्टर छीपक सोनी ने वर्षा मापक यंत्रों को नियमित रूप से चालू रखे जाने, मोटर बोट की व्यवस्था, प्रशिक्षित गोताखोर, स्थानीय तैराक, लाईफ जैकट, रस्सा, टॉर्च, हेण्डमाईक की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। वही बाढ़ प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में अस्थायी राहत शिविरों के लिए स्कूल, आश्रम छात्रावास या मंगल भवन का चिन्हाकन कर राहत शिविर प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति किये जाने कहा।

 वहीं राहत शिविरों में भोजन, खाद्यान्न, पेयजल, बांस-बल्ली ईत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के उचित मूल्य दुकानों में खाद्यान्न एवं जरूरी सामाग्रियों के भंडारण शुद्ध पेयजल हेतु क्लोरिन टेबलेट का वितरण, पेयजल स्रोतों का क्लोरीनेशन करने, जीवन रक्षक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल देते हुए वर्षाकालीन संक्रामक बीमारियों के रोकथाम एवं उपचार हेतु समुचित पहल किये जाने के निर्देश दिये। वहीं पालतू मवेशिंयों के टीकाकरण एवं उपचार सहित संक्रामक बीमारियों के रोकथाम किये जाने कहा। कलेक्टर दीपक सोनी ने नदी नाले की पानी बढने की स्थिति पर हर घण्टे निगरानी रखे जाने कहा और पानी का स्तर बढऩे पर तत्काल आवागमन बंद करने के साथ बचाव टीम की तैनाती किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने अनुविभाग तथा तहसील स्तर पर समाज सेवी संगठनो, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, पंचायत पदाधिकारियों तथा समाज प्रमुखों की बैठक कर बाढ़ की स्थिति होने पर बचाव एवं राहत के लिए सहयोग लेने कहा। इसके साथ ही बाढ़ की सूचना देने के लिए सहयोग लेने पर बल दिया। कलेक्टर छीपक सोनी ने अतिवर्षा से क्षतिग्रस्त सडक़ एवं पुल- पुलिया का त्वरित मरम्मत किये जाने के निर्देश दिये। वहीं हाई रिस्क जर्जर स्कूल या अन्य भवनों को चिन्हित कर ऐसे भवनों पर स्कूल संचालन नही करने या अन्य कोई भी गतिविधियां नहीं किये जाने के निर्देश दियें। उन्होने क्षतिग्रस्त विद्युत खंभें एवं विद्युत लाइनों का भी त्वरित सुधार किये जाने कहा। इसके साथ ही नगरीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति होने पर नालियों की सफाई करने सहित प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी राहत शिविर की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। बैठक में डीएफओ उत्तम गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी तथा जिले में पदस्थ एसडीएम, तहसीलदार, सीइओ जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायों के सीएमओ मौजूद थे।
 


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