कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 29 अगस्त। जिला के जनपद फरसगांव अंतर्गत पटोड़ा गांव के मूल निवासी शहीद जवान शिवलाल नेताम के नाम पर कोंडागांव के सीआरपीएफ 188वीं बटालियन हेड क्वार्टर में सीआरपीएफ के छत्तीसगढ़ आईजी प्रकाश डी के हाथों फीता काटकर वाटिका का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सीआरपीएफ के आईजी समेत शहीद की पत्नी हेमलता नेताम, बच्चे, सीआरपीएफ के सीओ सुनील कुमार, अधिकारी व जवान मौजूद रहे। वाटिका शुभारंभ कर यहां में पौधारोपण भी किया गया। मौके पर शहीद पत्नी ने कहा कि, उन्हें इस परिवार की सदस्य होने पर उन्हें गर्व है।
कोंडागांव जिला के फरसगांव अंतर्गत पटोड़ा गांव के शिवलाल नेताम ष्टक्रक्कस्न जी / 116 समवाय जम्मू - कश्मीर में पदस्थ थे। इसी बीच यहां 07 अप्रैल 2020 को जम्मू - कश्मीर के अनन्तनाग जिले के बिज बेहेरा इलाके में आतंकी हमला हुआ। यहां गोली लगने से शिवलाल नेताम शहीद हो गए। शहीद की सहादत को याद करते हुए शहीद शिवलाल नेताम के नाम पर सीआरपीएफ 188वीं बटालियन चिखलपुटी में वाटिका आरंभ की गई है, इस वाटिका का शुभारंभ सीआरपीएफ प्रकाश डी, सीओ सुनील कुमार, शहीद की पत्नी हेमलता नेताम व बच्चों के हाथों किया गया।
कई राज्यों में सेवा दे चुके थे शहीद शिवलाल नेताम
शहीद शिवलाल नेताम का जन्म 09 दिसम्बर 1979 को छत्तीसगढ़ राज्य के जिला कोण्डागांव, तहसील फरसगांव, ग्राम - पटोड़ा में हुआ था। बचपन से ही इन्हे देश सेवा के लिए पुलिस फोर्स में भर्ती होने की रूचि थी। मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के पश्चात् 08 मार्च 2003 में इन्होंने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को ज्वाईन किया था। बुनियादी प्रशिक्षण के उपरान्त इन्होने देश के विभिन्न राज्यों जैसे - मध्यप्रदेश, आसाम, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़ में अपनी उत्कृष्ट सेवायें प्रदान की थी। 07 अप्रैल 2020 को जब वह जी / 116 समवाय जम्मू - कश्मीर के अनन्तनाग जिले के बिज बेहेरा इलाके के पदशाही बाग, अरवानी क्रासिंग में कानून व्यवस्था ड्यूटी हेतु अपनी पूरी प्लाटून के साथ तैनात थे। उसी दौरान लगभग शाम के 05.15 बजे एक आतंकवादी अचानक नजदीकी गली से निकलकर पार्टी के ऊपरग्रिनेड से हमलाकर दिया, किन्तु ग्रिनेडफटा नही। इस हरकत को देखते हुए हवलदार शिवलाल नेताम ने भागते हुए आतंकवादी को फायर से कवरकरने की कोशिश की, किन्तु भागते हुए आतंकवादी ने हवलदार शिवलाल नेताम पर फायर कर दिया। दुर्भाग्यवश वह गोली शिवलाल नेताम के बुलेटप्रूफ जैकेट के साइड से सीने के दाहिनी हिस्से में प्रवेश कर गई। तत्काल हवलदार शिवलाल नेताम को चिकित्सीय उपचार के लिए विज बेहरा अस्पताल लाया गया, किन्तु दुर्भाग्यवश उन्हें बचाया नहीं जा सका। शही दहवलदार शिवलाल नेताम ने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया जो कि इस महान केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के स्वर्णिम इतिहास के सुनहरे पन्नों में अमिट हो गया है।