कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 28 अगस्त। शुक्रवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष भवन में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा एवं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी की अध्यक्षता में सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में सडक़ हादसों के फल स्वरुप होने वाली जनधन की हानि को रोकने हेतु योजना निर्माण पर चर्चा की गई।
इस दौरान सडक़ हादसों को रोकने के लिए ऐसे स्थल जहां हादसों से मृत्यु की संख्या अधिक है ऐसे दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों का चिन्हांकन पूर्ण कर लिया गया है। बैठक में मैप द्वारा इस क्षेत्रों का अवलोकन किया गया। चिन्हांकित ऐसे क्षेत्रों का मूल्यांकन कर मैपिंग करते हुए दुर्घटना के कारकों की समीक्षा हेतु अध्यक्ष द्वारा निर्देश दिए गए।
इसके द्वारा तैयार रिपोर्ट को सडक़ सुरक्षा समिति की 15 सितंबर होने वाली अगली बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। आगामी बैठक में इन सभी दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में दुर्घटना के कारकों पर कार्यवाही करते हुए इनके निदान हेतु कार्य किये जाएंगे। जिसके तहत अंधेरी गलियों में लाइटों की व्यवस्था, सडक़ों की मरम्मत, अतिक्रमण हटाने, डिवाइडर की व्यवस्था, सडक़ों को बंद करने आदि के द्वारा दुर्घटना को रोकने हेतु कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए कलेक्टर ने सडक़ों से मवेशियों के बैठने को रोकने एवं ऐसे क्षेत्र जहां अंधेरे के कारण से दुर्घटनाएं होती हैं, ऐसे स्थानों पर सामान्य साधनों से व्यवस्था ना होने पर सोलर लाइटिंग की व्यवस्था हेतु उपरोक्त रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिए। इस बैठक में जिले में सडक़ हादसों से होने वाली मृत्यु को रोकने के लिए पूरे जिले में हेलमेट की अनिवार्यता पर भी चर्चा की गई। जिसमें समिति द्वारा जल्द हेलमेट पहनना अनिवार्य करने पर सहमति व्यक्त की गई। इस बैठक में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के साथ जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप, एसडीएम गौतम चंद पाटिल, नगर पालिका सीएमओ सूरत सिदार सहित सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस दौरान यातायात प्रभारी रवि पांडे ने बताया कि वर्ष 2020 में 205 सडक़ दुर्घटनाओं में 261 व्यक्ति घायल हुए थे जबकि 127 की मृत्यु हो गई थी। जो कि पूर्व के वर्षों से अधिक थी। वही वर्ष 2021 में अब तक 169 सडक़ दुर्घटनाओं में 185 व्यक्ति घायल हुए हैं एवं 123 लोगों की मृत्यु हुई है। आंकड़ों के अनुसार 2020 में सडक़ हादसों से मृत्यु की संख्या में अचानक वृद्धि देखी गयी थी, जिसे रोकने के लिए कार्यवाही हेतु सडक़ सुरक्षा समिति द्वारा सभी हादसों की सघनता वाले स्थानों पर कार्यवाही की जाएगी।