कोण्डागांव

अधिकार के साथ जल जंगल जमीन को बचाना आदिवासी समाज का मूल कर्तव्य - देवचंद
09-Aug-2021 9:01 PM
अधिकार के साथ जल जंगल जमीन को बचाना आदिवासी समाज का मूल कर्तव्य - देवचंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

केशकाल,  9 अगस्त। विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में केशकाल के गोंडवाना समाज भवन में ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केशकाल विकासखंड क्षेत्र के लगभग 5 हजार से भी अधिक  की संख्या में प्रत्येक गांव से आदिवासी समाज के महिला, पुरुष, बुजुर्ग व युवा वर्ग शामिल हुए थे।

इस दौरान मंच में बैठे समाज के सभी प्रमुखजनों ने आदिवासी समाज के लोगों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए हमेशा इसी तरह संगठित रहने का संकल्प लिया। जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने इस अवसर पर गोंडवाना समाज भवन में 3 लाख 50 हजार रुपए की लागत से बनने वाले शौचालय निर्माण हेतु भूमिपूजन भी किया। इसके पश्चात गोंडवाना समाज भवन से विश्रामपुरी चौक तक आदिवासी सभ्यतानुसार पारम्परिक नृत्य मांदरी व डीजे की धुन में हजारों की संख्या में थिरकते हुए रैली भी निकाली गई।

देवचंद मातलाम ने कहा कि जब तक हम पेड़ों की कटाई बन्द नहीं करेंगे, तब तक हमें पर्याप्त बारिश नहीं मिलेगी। हमारे पूर्वजों ने बहुत ही सोच समझ के जंगल की सुरक्षा कर पेड़ों की कटाई नहीं किया था, जिसका परिणामस्वरूप हमने देखा कि हमारे चारों ओर घना जंगल था। लेकिन आज की पीढ़ी जिस प्रकार से पेड़ों की कटाई कर रही है, हमें भविष्य में इसका बुरा परिणाम देखने को मिल सकता है। इसलिए हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए, ताकि हम सब मिलकर जल जंगल जमीन का भी संरक्षण कर सके। अपने अधिकार के साथ जल जंगल जमीन को बचाना आदिवासी समाज का मूल कर्तव्य है। समाज के वरिष्ठ फरसुराम सलाम ने कहा कि पेड़-पौधे, जल, जमीन ये सभी हमारे आराध्य हैं, लेकिन आज उद्योग और कारखानों के नाम पर ग्रामीण क्षेत्रों के आदिवासियों की जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। 

मैं चाहता हूं कि हमारा सामाजिक संगठन हमेशा एकजुट रहे और आदिवासी समाज का विकास होता रहे। इस दौरान आदिवासी समाज के समस्त पदाधिकारी शासकीय कर्मचारी सहित हजारों की संख्या में सर्व आदिवासी समाज के लोग उपस्थित हुए ।


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