खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 13 फरवरी। कलेक्टर डॉ.जगदीश सोनकर की अध्यक्षता में महिला बाल विकास की समीक्षा बैठक जिला कार्यालय के सभागार में आयोजित की गई। कलेक्टर ने कुपोषण नियंत्रण में मिलेट्स की प्रभावी भूमिका को देखते हुए, आश्रमों एवं मध्याह्न भोजन में मिलेट्स को शामिल करने कुपोषित बच्चों तथा एनीमिक महिलाओं को भी शामिल करने के निर्देश दिए है।
जिले में संचालित 647 आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है । जिले में कुपोषण की दर 13.73 प्रतिशत है। वर्तमान समय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हड़ताल में होने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन, पर्यवेक्षकों के माध्यम करने दिए निर्देश। अपने क्षेत्र में गंभीर कुपोषित, मध्यम कुपोषित बच्चों पर विशेष रूप ध्यान देने हेतु निर्देश जारी किया गया। 10 दिन के अभियान के माध्यम से गंभीर कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य में सुधार करने हेतु रेडी-टु-ईट, भोजन, दवाइयां उपलब्ध कराने कहा गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को खेल-कूद, गीत, कविता, रोचक कहानी, स्मार्ट टीवी के माध्यम से अच्छे वातावरण में शिक्षा प्रदान करने निर्देश दिया गया। आंगनबाड़ी केन्द्रों का विभाजन हाईवे आंगनबाड़ी केन्द्रों, मेन रोड आंगनबाड़ी केन्द्रों और ग्रामीण आंगनबाड़ी में करने हेतु निर्देशित किया गया।
मुख्यमंत्री सुपोषण योजनातंर्गत गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा गया। एनीमिक गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखने कहा गया। जिन गर्भवती महिलाओं की एच.बी. 6-9 के मध्य पाई जाती है, उनका विशेष रूप से देखभाल करने कहा गया। स्वास्थ्य विभाग से समन्यवय स्थापित कर एनीमिक गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य में सुधार लाने कहा गया। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा की गई।
इस योजना लाभान्वित गर्मवती महिलाओं की किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो व इस योजनान्तर्गत 5 हजार की राशि समय सीमा में भुगतान सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।