खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

नैनो यूरिया पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण
05-Jan-2023 3:51 PM
नैनो यूरिया पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 5 जनवरी।
इफको कंपनी द्वारा जिलाधीश डॉ. जगदीश सोनकर की अध्यक्षता में नैनो यूरिया विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के मैदानी अमलों तथा प्रगतिशील कृषकों को नैनो यूरिया तकनीक की जानकारी इफको कंपनी के राज्य स्तरीय अधिकारी डॉ.एस.के. सिंग तथा आर.एस.तिवारी, जिला प्रतिनिधि ए.के.उपाध्याय द्वारा प्रशिक्षण में बताया गया कि नैनो यूरिया तकनीक सामान्य प्रचलित यूरिया से किस तरह भिन्न है सिंग द्वारा ये भी बताया गया कि नैनो यूरिया दर में किफायती है । तथा साधारण यूरिया से परिवहन में भी किफायती है। सामान्य प्रचलित यूरिया एक बोरी 45 कि.ग्रा की होती है, जिसमें नाइट्रोजन तत्व की मात्रा 46 प्रतिशत होती है।

नैनो यूरिया की 500 मि.ली. की 1 बोतल का महत्व 1 बोरी यूरिया के बराबर है। क्योकि इसमें यूरिया के 1 दानें को एक अरबवें हिस्से में तोडक़र नैनो कण बनाया गया है। फसलों की वानस्पतिक अवस्था के दौरान पत्तियों द्वारा आसानी से अवशोषित कर लिया जाता है। नैनो यूरिया को फसलों की वानस्पतिक अवस्था में 4 मि.ली./ली. पानी में घोल तैयार कर पर्णीय छिडक़ाव करना पड़ता है। प्रशिक्षको द्वारा ये भी अवगत कराया गया कि नैनो यूरिया के कण छोटे होने के कारण ये पौधो की पत्तियों द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाता है। इफको प्रतिनिधियों द्वारा ये भी अवगत कराया गया कि नैनो यूरिया को ऊर्वरक गुण नियंत्रण आदेश 1985 में सम्मिलित कर लिया गया है।

उपरोक्त कार्यक्रम में जिला-खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के उप संचालक कृषि अधिकारी, नोडल जिला सहकारी बैंक अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ग्रा.कृ.वि.अधि., ग्रा.उ.वि.अधि, एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे।


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