खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
खैरागढ़, 2 जनवरी। इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा आराधना चतुर्वेदी को पीएचडी (डॉक्टरेट) की उपाधि प्रदान की गई है। उन्हें यह उपाधि उनके शोध विषय ‘ बस्तर क्षेत्र की देव प्रतिमायें एक अध्ययन’ पर दी गई है।
आराधना ने अपना शोध कार्य वि.वि. के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. मंगलानंद झा के निर्देशन में पुरा किया।
डॉ.आराधना मूलत: ग्राम- दादर भिलाई- 3 की निवासी है। उन्होंने शोध कार्य के दौरान विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में अपनी सहभागिता दी तथा शोध आलेख प्रस्तुत किया । इसके साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में इनके शोध आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। यूजीसी द्वारा प्रदान की जाने वाली राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए भी इनका चयन हुआ है।
डॉ. आराधना ने शोध कार्य के दौरान बस्तर संभाग के सभी जिलों के विभिन्न पुरातात्विक स्थलों का भ्रमण किया जैसे - बारसूर, भैरमगढ़, ढोलकल, छोटे डोंगर , बड़े डोंगर, भोंगापाल इत्यादि। डॉ. आराधना का पुरा जीवन बहुत संघर्षमय रहा, फिर भी हिम्मत नहीं हारी, लगन एवं साहस के साथ पढ़ाई पूरी की है। परिजनों सहित शुभचिंतकों ने उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।


