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पंचायत की मनमानी, एक एकड़ जमीन प्रभावित
31-Dec-2022 3:18 PM
पंचायत की मनमानी, एक एकड़ जमीन प्रभावित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 31 दिसंबर।
ग्राम पंचायत लालपुर द्वारा अपने आश्रित ग्राम इरिमकशा में मनमानी का खेल खेला जा रहा है और 8 किसानों के लगभग एक एकड़ से अधिक की गेंहू की फसल लगे खेत को अधिग्रहण कर बिना पंचायत प्रस्ताव के तालाब के पार को आगे करते किसानों के 1 एकड़ जमीन को जबर्दस्ती तालाब में मिलाया जा रहा है।

ग्रामीणों के बताए अनुसार कुछ समय पूर्व मनरेगा अंतर्गत 9 लाख रुपए की तालाब गहरीकरण का कार्य पंचायत में आया था। जिसमें इरिमकशा स्थित उक्त तालाब में मजदूरों के माध्यम गहरीकरण का कार्य भी करवाया गया था। जिसके बाद पंचायत के पास एक लाख 80 हजार रुपए बच गया था। उक्त पैसों को पंचायत द्वारा अब उपयोग किया जा रहा है और बीते 10 दिनों से 120 मजदूरों के माध्यम से तालाब के पार से मिट्टी की खुदाई करवाकर 8 किसानों के खेती जमीन पर डलवाकर तालाब का पार बनवाया जा रहा है। जिसमें लगभग 1 एकड़ प्रभावित हो रहा है । इस सम्बंध में रोजगार सहायक रमेश कुमार कोशरिया ने बताया कि ग्रामीणों के कहने पर उक्त कार्य को करवाया जा रहा है, क्योंकि तालाब में पानी भर जाने पर ऊपर की पानी को कोई अपने जमीन से आगे जाने नहीं दे रहा था। पटवारी सद्दाम खान द्वारा नाप जोख करवाया गया था। उनके बताए अनुसार ही तालाब की सीमा को बढ़ाया जा रहा है।

वहीं प्रभावित किसान बैसाखू निर्मलकर, खेलन निर्मलकर, सुखलु निर्मलकर, जग्गू निर्मलकर, जगमोहन निर्मलकर, सुखरार्जी निर्मलकर, सेखु निर्मलकर, परस निर्मलकर का इस मामले पर कहना है कि नाप जोख कराते समय हमें कोई जानकारी नहीं दिया गया है। प्रस्ताव अनुसार तालाब गहरीकरण एवं पानी निकासी के लिए पाईप लगाया जाना था, परंतु पटवारी और पंचायत द्वारा मनमानी किया जा रहा है और हमारे पूर्वजों की जमीन का 1 एकड़ से अधिक की जमीन पर तालाब के नाम पर कब्जा किया जा रहा है। जबकि अभी खेत में हमने गेंहू का फसल लगाया है। इस मामले को लेकर आज ही तहसिलदार के पास लिखित शिकायत करेंगे।

सरपंच रानू केशव पटेल का कहना है कि तालाब के ओवरफ्लो के लिए पाइप डाला जाना था, पर उक्त जमीन वालों ने नहीं डालने दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने कहा कि तालाब की नपती करवा लो और जितना जमीन शासकीय है, उस पर तालाब के पार को बढ़वा दो पटवारी के द्वारा नपती करवाया गया है और उनके द्वारा बताए जगह पर तालाब के पार का विस्तार किया जा रहा है । तालाब के ओवरफ्लो के पानी से किसानों को आने-जाने और फसल लगाने में तकलीफ  हो रहा था।
 


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