अंतरराष्ट्रीय
स्टावेंगर (नॉर्वे), 9 अक्टूबर। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नोबेल शांति पुरस्कार जीतने की दावेदारी ने इस साल के पुरस्कार विजेता को लेकर अटकलों के खेल को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है।
नोबेल पर लंबे समय से नजर रखने वालों का कहना है कि ट्रंप का नाम चुने जाने की संभावनाएं कमजोर हैं, जबकि पहले भी कई बार उन्हें नामांकित किया जा चुका है और कुछ उल्लेखनीय विदेश नीतिगत हस्तक्षेपों का श्रेय लेकर वह खुद भी इस पुरस्कार की दावेदारी कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि नॉर्वे की नोबेल समिति आमतौर पर शांति की स्थिरता, अंतरराष्ट्रीय भाईचारे को बढ़ावा देने और उन संस्थानों के शांत कार्यों पर ध्यान केंद्रित करती है जो इन लक्ष्यों को मजबूत करते हैं।
उन्होंने बहुपक्षीय संस्थानों के प्रति ट्रंप के स्पष्ट तिरस्कार और वैश्विक जलवायु परिवर्तन संबंधी चिंताओं के प्रति उनकी उपेक्षा का हवाला देते हुए कहा कि ट्रंप का अपना रिकॉर्ड ही उनके खिलाफ जा सकता है।
फिर भी, अमेरिकी राष्ट्रपति अपने पहले कार्यकाल से ही बार-बार नोबेल के मामले में सुर्खियां बटोरते रहे हैं, और उन्होंने पिछले महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों से कहा था, ‘‘हर कोई कहता है कि मुझे नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए।’’
कोई व्यक्ति खुद को नामांकित नहीं कर सकता।
ट्रंप के दावे और पिछले बड़े-बड़े नामांकन उन्हें सट्टेबाजों की पसंदीदा सूची में एक ब्लॉकबस्टर नाम बनाते हैं। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि नॉर्वे की संसद द्वारा नियुक्त पांच सदस्यीय नोबेल समिति की बंद दरवाजों के पीछे होने वाली बैठक में उनका नाम चर्चा में आया भी या नहीं।
अमेरिका के भीतर और विदेशों में राजनेताओं द्वारा 2018 से ट्रंप को कई बार नामांकित किया गया है। अमेरिकी सांसद क्लाउडिया टेनी (रिपब्लिकन-न्यूयॉर्क) ने भी दिसंबर में उनका नाम आगे बढ़ाया था। टेनी के कार्यालय ने एक बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने अब्राहम समझौते कराने के लिए ट्रंप का नाम बढ़ाया, जिसने 2020 में इजराइल और कई अरब देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाया।
इस वर्ष इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पाकिस्तान सरकार द्वारा किए गए नामांकन 2025 के पुरस्कार के लिए एक फरवरी की समय सीमा के बाद हुए।
ट्रंप ने बार-बार कहा है कि वह पुरस्कार के ‘हकदार’ हैं और वह दावा करते हैं कि उन्होंने ‘सात युद्ध समाप्त’ किए हैं। पिछले हफ्ते, उन्होंने आठवें युद्ध को समाप्त करने की संभावना का संकेत दिया था बशर्ते इजराइल और हमास गाजा में लगभग दो साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से उनकी शांति योजना पर सहमत होते हैं।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं का कहना है कि समिति त्वरित कूटनीतिक जीत की बजाय निरंतर, बहुपक्षीय प्रयासों को प्राथमिकता देती है। हेनरी जैक्सन सोसाइटी के इतिहासकार और अनुसंधानकर्ता थियो जेनोउ ने कहा कि ट्रंप के प्रयास अभी तक दीर्घकालिक साबित नहीं हुए हैं।
इस साल के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र में पुरस्कार विजेताओं के नाम जारी करने के साथ शुरू हुई। मंगलवार को भौतिकी और बुधवार को रसायन विज्ञान के क्षेत्र में पुरस्कार की घोषणा की गई। बृहस्पतिवार को साहित्य के पुरस्कार की घोषणा के बाद अर्थशास्त्र के क्षेत्र में पुरस्कार विजेता की घोषणा सोमवार को की जाएगी। (एपी)


