अंतरराष्ट्रीय
टेस्ला कंपनी के शेयरधारक आज यह फैसला करेंगे कि इलॉन मस्क को एक ट्रिलियन का वेतन दिया जाए या नहीं. मस्क ने अपने लिए इस अभूतपूर्व भारी भरकम पैकेज की मांग रखी है. इस पैकेज की मंजूरी के बाद इलॉन मस्क की टेस्ला में हिस्सेदारी 25 फीसदी तक बढ़ सकती है. फिलहाल उनके पास 12 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी है.
मस्क ने संकेत दिए हैं कि अगर उनकी हिस्सेदारी नहीं बढ़ती है तो वह टेस्ला छोड़ सकते हैं या फिर कंपनी के कामकाज में ज्यादा सक्रिय नहीं रहेंगे. उनका कहना है कि हिस्सेदारी बढ़ने से ही वह कंपनी के भविष्य में उस तरह से दखल दे सकेंगे जैसे चाहते हैं. गुरुवार को टेस्ला कंपनी के शेयरधारकों की सालाना आम सभा में मस्क की मांग पर वोटिंग होगी और फिर फैसला सुनाया जाएगा.
बीते महीनों में टेस्ला कारों की बिक्री पर मस्क के दक्षिणपंथी विचारों और राजनीतिक सक्रियता का काफी असर हुआ है और कारों की बिक्री कई देशों में काफी नीचे गई है.
फोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक, 500 अरब डॉलर से ज्यादा की नेटवर्थ वाले इलॉन मस्क पहले से ही दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं. उन्होंने जिस पैकेज की मांग रखी है उसे पूरी तरह हासिल करने से पहले उन्हें कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेन से जुड़े 12 पड़ावों को पार करना होगा. उन्हें पहला हिस्सा तब मिलेगा जब टेस्ला 2 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट वैल्यू हासिल कर लेगी. इस पैकेज का एक उद्देश्य टेस्ला में मस्क को कम से कम अगले सात साल से ज्यादा वक्त तक बनाए रखना भी है. (dw.com/hi)


