अंतरराष्ट्रीय

-कैटी वॉटसन
लुइस इनासियो लूला डि सिल्वा ने तीसरी बार ब्राज़ील के राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है.
दिग्गज वामपंथी नेता को 'लूला' के नाम से भी जाना जाता है. इससे पहले डि सिल्वा साल 2003 से 2010 के बीच ब्राज़ील के राष्ट्रपति रह चुके हैं. बीते साल अक्टूबर में हुए चुनावों में उन्होंने जाएर बोलसोनारो को हराया था.
राष्ट्रपति बनने के बाद अपने पहले भाषण में लूला ने देश के पुनर्निमाण की शपथ ली.
उन्होंने देश की 'ख़राब हालत' के लिए अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति की नीतियों की आलोचना की. बोलसोनारो सत्ता हस्तांतरण के लिए होने वाले समारोह से बचने के लिए शुक्रवार को ही अमेरिका चले गए.
संसद के बाहर लूला के समर्थकों का जमावड़ा सुबह से ही लगना शुरू हो गया था. शपथग्रहण के बाद सेलिब्रेशन के लिए 60 से अधिक कलाकारों को बुलाया गया था और दो बड़े मंच सजाए गए थे.
हालांकि, इस दौरान कई मौकों पर लूला डि सिल्वा भावुक होते दिखे. संभवतः दो दशक से अधिक समय तक सत्ता से बाहर रहने के बाद लूला ने दोबारा राष्ट्रपति बनने का नहीं सोचा था.
इस दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों में लूला जेल में भी रहे. हालांकि, साल 2021 में सज़ा को रद्द कर दिया गया.
राजधानी ब्राज़ीलिया में 100 फ़ीसदी पुलिस बल को कार्यक्रम की सुरक्षा में तैनात किया गया था. ऐसी आशंकाएं थीं कि बोलसोनारो के समर्थक इस कार्यक्रम में व्यवधान डाल सकते हैं.
ब्राज़ील की मिलिट्री पुलिस ने बताया कि चाकू और पटाखों के साथ स्वागत समारोह में घुसने की कोशिश करते हुए एक शख़्स को रविवार सुबह गिरफ़्तार किया गया.
इससे पहले बोलसोनारो के एक अन्य समर्थक को भी गिरफ़्तार किया गया था जिसने क्रिसमस ईव पर राजधानी ब्राज़ीलिया में एयरपोर्ट के पास कथित तौर पर एक ईंधन से भरे ट्रक में विस्फ़ोटक रखे थे. (bbc.com/hindi)