अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान के कराची शहर में एक रिहायशी इमारत के गिरने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद देश में इमारतों के सुरक्षा मानकों को लेकर बहस छिड़ गई है.
ये हादसा शुक्रवार की सुबह क़रीब 10 बजे हुआ. हादसे में कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है और कई घायल बताए जा रहे हैं.
कराची में स्थानीय प्रशासन का कहना है कि पांच मंज़िल की इस इमारत को तीन साल पहले ही रहने के लिहाज़ से असुरक्षित घोषित कर दिया गया था.
लेकिन इस इमारत में रहने वाले लोगों, जिनमें मकान मालिक और किराएदार शामिल हैं, उनका कहना है कि उन्हें इमारत खाली करने को लेकर कोई नोटिस नहीं मिला है.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, जावेद नबी ख़ोसो ने समाचार एजेंसी एएफ़पी से कहा है कि साल 2022, 2023 और 2024 में इमारत में रहने वालों को इमारत खाली करने को लेकर नोटिस दिया गया था.
पुलिस का कहना है कि हादसे के वक्त इमारत में क़रीब 100 लोग रह रहे थे जिनमें से कई के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है.
हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत की ख़बर है.
राहतकर्मी अब तक मलबे से कई लोगों के शव निकाल चुके हैं. राहतकर्मियों का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
ये इमारत शहर की उन 600 इमारतों में से एक है, जिन्हें प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर खतरनाक घोषित किया है. (bbc.com/hindi)