गोरेला पेंड्रा मरवाही
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छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 4 जून। जीपीएम जिले के युवाओं की लंबे समय से चल रही मांग आखिरकार रंग लाई है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में इंजीनियरिंग की पढ़ाई इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू होने जा रही है। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने इस दिशा में बड़ी पहल करते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और उच्च शिक्षा सचिव विनीत जोशी को सिफारिशी पत्र भेजा है।
जिले के छात्र और अभिभावक वर्षों से मांग कर रहे थे कि जनजातीय विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हो, ताकि उन्हें दूसरे शहरों में भटकना न पड़े। विश्वविद्यालय की अकादमिक काउंसिल ने भी फरवरी 2025 में बैठक कर पाँच महत्वपूर्ण विषयों में बीटेक पाठ्यक्रम शुरू करने का प्रस्ताव पारित कर दिया था। इसके बाद शिक्षा मंत्रालय को औपचारिक अनुमति के लिए पत्र भेजा गया।
अब केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने इस प्रस्ताव को मजबूती देते हुए 2025 सत्र से ही प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ करने की सिफारिश की है। उनके इस प्रयास से उम्मीद की जा रही है कि इसी साल से ही जीपीएम जिले के छात्र-छात्राएं अपने ही जिले में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे।