गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 24 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी खोरपा मंडल -महामंत्री नेहरू लाल साहू ने अपने घर के दरवाजे पर झंडा लेकर एवं सरकार के विरोध में नारे की तख्ती पकड़ कर धरना दिया।
नेहरू लाल साहू ने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते बहुत भयानक एवं विकराल परिस्थिति निर्मित हो चुका है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार असफल एवं प्रशासनिक तंत्र ध्वस्त हो चुका है । छत्तीसगढ़ की बेचारी जनता इस विकट परिस्थिति में सुविधाओं से कोसों दूर लाचार दिख रहे हैं। छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल के सरकार और उनके स्वास्थ्य मंत्री सहित 13 प्लेयर मैदान से नदारद हो गए हैं। आज कोरोना महामारी का विस्तार हुआ है उसके जिम्मेदारी सरकार को स्वयं लेनी चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं क्या ऐसी मजबूरी था कि उन्होंने समय को भापते हुए भी अन्य प्रदेशों से क्रिकेटरों को बुलाकर मेले लगाने की आवश्यकता पडी और इस क्रिकेट के महासमर में नेता से लेकर जनता तक सभी ने सोशल डिस्टेंस का धज्जियां उड़ायी। धीरे धीरे कोरोना अपना पैर पसारता रहा। हमारे मुख्यमंत्री जी असम चुनाव प्रचार में इतना व्यस्त हो गए कि छत्तीसगढ़ में धीरे-धीरे कोरोना का बाढ़ आ गया। इसके बावजूद उन्होंने बस्तर के रेस्ट हाउस में असम के विधायकों को रखकर जनता को अपने व्यक्तित्व से परिचय कराया। परिस्थिति इस प्रकार विकट हो गया कि आज हॉस्पिटल में बेड की कमी होने लगा, ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी होने लगा, होम आइसोलेट कराने में असफल रहा, एंबुलेंस और दवाई के अभाव में मरीज हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही दम तोडऩे लगा, स्थिति इतनी भयावक हो गया कि लाशों को रखने की जगह कम पडऩे लगा । यहां तक लाशों को पहुंचाने के लिए कचरा वाहन का उपयोग करना पड़ा। आज इस महामारी को एक वर्ष से भी ज्यादा होने को है पर छत्तीसगढ़ सरकार ने महामारी को लेकर पूरे साल में कोई तैयारी नहीं किया। ना नए कोविड हास्पिटल बनाए, प्रारंभ में वैक्सीन को लेकर सरकार में विरोधाभास की स्थिति थी। जिनका जनता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। कुर्सी को लेकर पता नहीं कांग्रेस सरकार में कौन सा जंग छिड़ा है। महत्वपूर्ण बैठकों में इनके स्वास्थ्य मंत्री जी नदारद रहते हैं।
नेहरू साहू ने यह भी कहा कि रायपुर लोकसभा सांसद सुनील सोनी के नेतृत्व में कोविड की लिए हॉस्पिटल का व्यवस्था एवं एम्स के डॉक्टरों के साथ लगातार बैठकें किया जाना अच्छा और प्रशासनिक पहल है। वहीं पूर्व कृषि मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कुछ ही दिनों में निशुल्क कोविड हास्पिटल का निर्माण किया जो अन्य विधायकों एवं सरकारों के लिए अनुकरणीय है।
राज्य सरकार को केंद्र सरकार से तालमेल बनाकर इस भयानक महामारी को परास्त कर छत्तीसगढ़ सरकार अपनी सार्थकता सिद्ध करें।