गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नयापारा राजिम, 12नवंबर। धार्मिक आस्था का पर्व सर्व धर्म समाज की समरसता की गूंज केवल नगर ही नही अंचल में गूंज रही है।
शताब्दी समारोह में केवल एक ही रिश्ता हम सब एक है,हम सबके खून का रंग भी एक है, हम मनु सतरूपा की संतान है यह चरितार्थ हो रहा है। सेठ रेखराज चतुर्भुज अग्रवाल द्वारा समर्पित राधा कृष्ण मंदिर में। यहां छोटे बड़े, गरीब अमीर कोई भेद नही सब एक साथ बैठकर भोजन प्रसादी ग्रहण कर रहे। आज सेवा संकल्प संस्थान के 31 दिव्यांग बच्चे एवम उनकी सहायिका सुनीता साहू एवं रुपाली शर्मा, नवागांव बुड़ेनी एवम नेकी की कुटिया अभनपुर के 16 दिव्यांग बच्चे योशिता गोस्वामी के साथ जब आमंत्रण पर पहुंचे तो केवल एक ही आवाज यही सेवा तो नर सेवा नारायण सेवा कहलाती है।
ये मूक बधिर,नेत्रहीन,चलने में असमर्थ,मंदबुद्धि,अनाथ बच्चे जो समाज की मुख्य धारा से कटे हुए है, इनकी आत्मा में भी तो ईश्वर का वास है, इनको भी तो यैसे आयोजन में जाने का मन करता होगा।
इन बच्चों को बैठाकर सेवाधारी इन्हें भोजन करा रहे थे,जब एक बच्ची भोजन अपने हाथ से नही कर पा रही थी तो रुपाली शर्मा अपने हाथ से उसे खिलाने लगी,पूरा परिसर भावुक हो गया। जब नेत्रहीन छोटी सी बच्ची सुमन यादव ने हारे के सहारे तीन बाण धारी खाटू श्याम का भजन सुनाया तो सबकी आंखों में आंसू थे।
इसी बीच पूर्व विधायक राजिम संतोष उपाध्याय पहुंचे व इस बच्ची का सम्मान किया। साथ ही राधाकृष्ण मंदिर ट्रस्ट ने भी दोनों संस्था का तिलक वंदन कर सम्मान किया,आज की भीड़ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया,अनुमान से भी अधिक भीड़ लगभग 4 से 5 हजार की भीड़ भोजन प्रसादी के लिए पहुंची,कई बार भोजन बनाना पड़ा पर सभी के मन मे उत्साह था।


