धमतरी

बार-बार बिजली बंद होने से नगरवासी परेशान, बढ़ रहा गुस्सा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 22 अप्रैल। धमतरी जिला के अलावा अन्य जिलों को बिजली आपूर्ति करने के दावे के साथ पास ही के गांव में स्थापित 400 केवीए एवं कई 132 केवीए पावर स्टेशन से समृद्ध कुरुद क्षेत्र इन दिनों विद्युत कटौती की समस्या से जूझ रहा है। तपती गर्मी में एक मिनट भी बिना पंखा कूलर के बिताना मुश्किल है ऐसे में बार बार होने वाली विधुत कटौती ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है।
गौरतलब है कि जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की समस्या गहराने लगी है। पिछले कुछ समय से नगर में भी बिजली की आंख मिचौली शुरू हो गई है। दिन हो या रात कभी भी बत्ती गुल हो जाने से उपभोक्ताओं के मन में ढाई दशक पहले अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर की याद ताजा हो रही है।
नगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र की हालत और भी खराब बताई जा रही है। चरमुडिय़ा के राजेश कोसरिया, मनोज, मंगल, ताराचंद आदि ने बताया कि गाँव में बिजली का आना जाना आम बात हो गया है। रविवार आधी रात को गई चरित्रहिन बिजली सुबह 9-10 बजे लौटी, इस बीच हमने आन और आफलाइन मध्यम से कई शिकायत की लेकिन रात भर कोई सुनवाई नहीं हुई।
इसी तरह भरदा, कुहकुहा, मौरी, भैसमुड़ी के लेखराज चन्द्राकर, डिगेश निर्मलकर, हिरामण, तारेन्द्र साहू आदि ग्रामीणों ने कहा दिन हो या रात कभी भी बत्ती गुल हो जाने से घरों में रहना मुश्किल हो गया है। सांय सांय बिजली बंद होने से मोटर पम्प नहीं चल रहे हैं। पानी के अभाव में खेतों में खड़ी फसलें मुरझाने लगी है। अघोषित बिजली कटौती के बजाय सरकार कटौती का टाइम बता दे, ताकि हम उसके अनुसार अपनी दिनचर्या तय कर सकें।
इस बारे में विद्युत विभाग के अधिकारी राकेश सिन्हा का कहना है कि 15 और 19 अप्रैल के क्षेत्र में आये आंधी तूफान और बरसात के चलते 15-20 बिजली पोल टूट गये। जिससे कई स्थानों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। जिसे ठीक करने का काम जारी है। इसके अलावा भारतमाला सडक़ के तहत भरदा और भोथली में बने ओव्हर ब्रिज के पास डाली गई अंडर लाइन की गुणवत्ता ठीक नहीं होने के कारण बार-बार इसमें फाल्ट आ रहा है। जिससे भरदा, कुहकुहा, गोबरा, अटंग चरमुडिया सहित 10 गाँव की सप्लाई प्रभावित हो रही है। इसके लिए हमने भारतमाला के अधिकारियों को पत्र लिखकर व्यवस्था सुधारने का आग्रह किया है।
नगर में होने वाली कटौती के संबंध में कनिष्ठ यंत्री ने कहा कि बढती गर्मी के चलते दबाव बढऩे से जम्फर कटने जैसी तकनीकी कारणों से कभी कभी थोड़ी देर के लिए विद्युत व्यवस्था बाधित हो रही है, जिसे जल्द ही ठीक करने की कोशिश की जा रही है।