धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 22 अप्रैल। गंगरेल बांध से महानदी फीडर केनाल में छोड़ा जा रहा निस्तारी पानी बंद कर दिया गया। इससे धमतरी शहर के तालाबों में पहुंच रहा पानी भी रुक गया। बीएसपी प्रदायक नहर से 100 तालाबों को भरने की योजना थी, लेकिन सिर्फ 88 तालाब ही भर सके। 12 तालाब सीपेज जैसी तकनीकी वजहों से खाली रह गए।
गंगरेल बांध अब सूखे की कगार पर है। इसकी कुल क्षमता 32.150 टीएमसी है। सोमवार तक इसमें सिर्फ 15.457 टीएमसी पानी बचा था। इसमें से उपयोगी पानी 10.380 टीएमसी है। अब तक 7.360 टीएमसी पानी निस्तारी के लिए छोड़ा जा चुका है। कंट्रोल रूम के अनुसार सोमवार को 2037 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसमें रेडियल गेट से 1225 क्यूसेक और पनबिजली घर के लिए 1650 क्यूसेक पानी दिया गया। रूद्री बैराज से 350 क्यूसेक पानी रायपुर नगर निगम और 50 क्यूसेक पानी धमतरी नगर निगम के लिए छोड़ा गया। बीएसपी प्रदायक नहर से पानी 1 अप्रैल से छोड़ा गया था। 20 अप्रैल को इसे बंद कर दिया गया।
जल संसाधन विभाग के एसडीओ वार्डे ने बताया कि 100 तालाबों को भरने का लक्ष्य था, लेकिन 88 तालाब ही भर पाए।
पानी बंद होने से तालाब नहीं भरे
गोकुलपुर माइनर नाली से धमतरी शहर के 7 तालाबों में पानी लाया जा रहा था। इनमें से एक भी तालाब पूरी तरह नहीं भर सका। आमा तालाब में पहले से पानी था, इसलिए वह भरा हुआ दिख रहा है। रामसागर, लिमाही, त्यागी, शीतला, महिमा सागर और खपरी तालाबों के लिए पानी छोड़ा गया था, लेकिन बीच में निस्तारी पानी बंद हो जाने से ये तालाब अधूरे रह गए।
बांधों की स्थिति
गंगरेल बांध की क्षमता 32.150 टीएमसी है। इसमें 15.457 टीएमसी जलग्रहण और 10.386 टीएमसी उपयोगी पानी है। यह 32 फीसदी भराव पर है। मुरूमसिल्ली बांध की क्षमता 5.839 टीएमसी है। इसमें 0.902 टीएमसी जलग्रहण और 0.781 टीएमसी उपयोगी पानी है। यह 13फीसदी भराव पर है। दुधावा बांध की क्षमता 10.192 टीएमसी है। इसमें 4.112 टीएमसी जलग्रहण और 3.952 टीएमसी उपयोगी पानी है। यह 39 फीसदी भराव पर है, जबकि सोंढूर बांध की क्षमता 5.995 टीएमसी है। इसमें 2.161 टीएमसी जलग्रहण और 1.508 टीएमसी उपयोगी पानी है। यह 23 फीसदी भराव पर है।