धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 17 अप्रैल। कलेक्टर ने 16 अप्रैल को सेमरा बी पहुंचे। उन्होंने वहां संचालित दुग्ध संग्रहण केन्द्र का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने दुग्ध उत्पादकों से दूध की कुल मात्रा, गांव में डेयरी और मवेशियों की संख्या, भुगतान प्रक्रिया और चिलिंग प्लांट की गतिविधियों की जानकारी ली। संग्राहकों ने बताया कि उन्हें दूध का भुगतान नहीं मिला है। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। पंचायत सचिव को निर्देश दिया कि भुगतान मिलते ही संग्राहकों को राशि दी जाए। इसमें लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
कलेक्टर ने पशु चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। वहां की व्यवस्था और सुविधाएं देखीं। अधिकारियों ने बताया कि गांव में गीर, एचएफ, साहीवाल, जर्सी नस्ल की गाय हैं। कृत्रिम गर्भाधान से पैदा वत्सों में 90त्न संभावना बछिया की होती है। गांव से करीब 10 लाख के नर मवेशी बेचे गए हैं। इन्हें अंजोरा और चंदखुरी भेजा गया। इनका उपयोग अंदरूनी गांवों में कृत्रिम गर्भाधान के लिए होता है। बुल कस्टोडियन भी शत-प्रतिशत अनुदान पर दिए जाते हैं। देमार फिशरी का भी अवलोकन किया। अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।