धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 9 अप्रैल। सुशासन तिहार की शुरुआत मंगलवार को धमतरी समेत प्रदेशभर में हो गई। पहले दिन से ही लोग अपनी समस्याएं और मांगें लेकर समाधान पेटियों में आवेदन डालने पहुंचे। जिलेभर के 370 पंचायत के अलावा नगर निगम और नगर पंचायत कार्यालयों तक समाधान पेटियां लगाई गई हैं। पहले चरण में 8 से 11 अप्रैल तक आवेदन लिए जाएंगे। यह प्रक्रिया सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। फिर महीनेभर के अंदर आवेदनों का निराकरण होगा।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने सभी विकासखंडों की ग्राम पंचायतों के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है। साथ ही 8 से 11 अप्रैल तक प्राप्त आवेदनों के संकलन और जमा करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी तय की गई है। जिला प्रशासन ने पहले से ही सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। कलेक्टोरेट, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला पंचायत, सभी एसडीएम कार्यालय, जनपद पंचायत और नगरीय निकायों में समाधान पेटियां लगाई गई हैं।
5 से 31 मई तक लगेगा शिविर
राज्य शासन ने सुशासन तिहार- 2025 का आयोजन 3 चरणों में करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में आवेदन लिए जाएंगे। दूसरे चरण में एक माह के अंदर निराकरण होगा। तीसरे चरण में 5 से 31 मई तक समाधान शिविर लगाए जाएंगे। इसका उद्देश्य जनता की समस्याओं का समय पर समाधान करना, योजनाओं की समीक्षा करना और विकास कार्यों में तेजी लाना है। साथ ही जनता, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों से सीधा संवाद स्थापित करना भी इसका मकसद है।
अफसरों ने किया शिविर स्थलों का निरीक्षण
कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और तीनों अनुभागों के एसडीएम ने अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने अशिक्षित लोगों के लिए आवेदन लिखने कर्मचारी की ड्यूटी लगाने के निर्देश नगर पंचायत सीएमओ को दिए। चेताया है कि किसी भी नागरिक को आवेदन देने में परेशानी नहीं होनी चाहिए। किसी को रोका या मना नहीं किया जाए। कलेक्टर ने केंद्रों पर मौजूद लोगों से उनकी समस्याएं पूछीं और जल्द समाधान का भरोसा दिया। इसके बाद कलेक्टर हटकेशर वार्ड पहुंचे। वहां महिलाओं और अन्य लोगों से बातचीत की। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा संख्या में आवेदन करने की अपील की।
महापौर, आयुक्त ने किया निरीक्षण
निगम कार्यालय परिसर में समाधान पेटी लगाई गई है। महापौर रामू रोहरा, आयुक्त प्रिया गोयल और उपायुक्त पीसी सार्वा ने इसका निरीक्षण किया। महापौर ने कहा कि सुशासन तिहार सिर्फ सरकारी आयोजन नहीं, यह नागरिकों के लिए भरोसे का मंच है। हर व्यक्ति की बात सुनी जाएगी। समय पर समाधान होगा। निरीक्षण के दौरान महापौर ने आम लोगों से बातचीत की। हेल्प डेस्क की उपयोगिता पर फीडबैक लिया। यह पहल शासन की मंशा को जमीन पर उतार रही है।
शहरवासियों को भरोसा है कि उनकी समस्याओं की अनदेखी नहीं होंगी।