धमतरी

उच्च जोखिम गर्भवतियों का सीएचसी में सुरक्षित प्रसव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 8 अप्रैल। जिले के दूरस्थ क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं का सिजेरियन ऑपरेशन से सुरक्षित प्रसव कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इन स्वास्थ्य केन्द्रों में सभी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी निर्देशित किया है। कलेक्टर के निर्देश पर अमल करते हुए सीएचसी मगरलोड में उच्च जोखिम 2 गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन से सुरक्षित प्रसव कराया गया। इनमें कुंडेल की भानमती यादव और मगरलोड की नंदनी सिन्हा है।
भानमती यादव का 6 साल के बाद प्रथम प्रसव हुआ है। उन्हें ओलिगो हाइड्रो मिनास अर्थात गर्भ में पानी की कमी होने के कारण ऑपरेशन कर सुरक्षित प्रसव किया गया, बच्चे का वजन 3 किलोग्राम का है और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है। नंदनी सिन्हा का प्रसव समय आने के बाद भी सामान्य प्रसव नहीं हो पा रहा था और म्यूकोनियम पास हो गया था, जिससे बच्चा खतरे की स्थिति में था। इनका भी ऑपरेशन कर सुरक्षित प्रसव किया गया, बच्चा 2.6 किलोग्राम का है और जच्च-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यूएल कौशिक ने बताया कि दोनों उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं की सूचना खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. शारदा ठाकुर द्वारा उन्हें दी गई। तत्काल कार्रवाई करते हुए जिला से एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट डॉ. टीआर ध्रुव को लेकर मगरलोड सीएचसी पहुंचे, जहां पहले से ही ऑपरेशन की तैयारी में मगरलोड के डॉ. महेश शर्मा थे।
एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट डॉ ध्रुव के पहुंचते ही ऑपरेशन की गई। इससे पहले 4 अप्रैल को हुए सिजेरियन प्रसव वाले जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की जानकारी डॉ. कौशिक द्वारा वार्ड में जाकर ली गई, जहां मां और बच्चा दोनों स्वस्थ है। सीएमएचओ ने सामान्य खानपान, स्वच्छता संबंधी सलाह माता को दिया। गर्मी को देखते हुए वार्ड में कूलर, पंखा, एडजस्ट को व्यवस्थित करने और साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश खण्ड चिकित्सा अधिकारी को दिए।