धमतरी

महाकुंभ में छत्तीसगढिय़ा कलाकारों ने बिखेरी लोककला की छंटा
04-Feb-2025 3:08 PM
महाकुंभ में छत्तीसगढिय़ा कलाकारों ने बिखेरी लोककला की छंटा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कुरुद, 4 फरवरी। महाकुंभ प्रयागराज उत्तप्रदेश में 25 से 31 जनवरी तक छत्तीसगढ़ की  सांस्कृतिक परंपरा, रीति रिवाज, पर्व, लोक गीत, लोक नृत्य, करमा, ददरिया के साथ  छत्तीसगढ़ की अनमोल सांस्कृतिक धरोहरों का मंचीय प्रस्तुति देकर दर्शकों के मन में अमिट छाप छोड़ लौटे लोक प्रयाग राजिम के कथाकारों ने महाकुंभ के अनुभव बताये।

संस्कृति व राजभाषा विभाग नवा रायपुर छत्तीसगढ़ शासन के नेवते पर छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक सांस्कृतिक लोक प्रयाग नवापारा-राजिम के 25 कलाकारों का एक दल महाकुंभ प्रयागराज पहुँचा।

संस्था के डायरेक्टर कुरुद निवासी राजेश साहू ने बताया कि उनकी पूरी टीम ने लगातार 7 दिनों तक महाकुंभ के सेक्टर 6 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा तैयार पवेलियन में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपरा, रीति-रिवाज, पर्व, लोक गीत, लोक नृत्य, करमा, ददरिया के साथ छत्तीसगढ़ की अनमोल सांस्कृतिक धरोहरों का मंचीय प्रस्तुति दी। जिसे उपस्थित दर्शकों के साथ साथ ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों से खूब सहराना मिली। अपनी सुमधुर और मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां से कलाकारों ने उपस्थित दर्शको को आनंदित और भाव विभोर कर अपनी छाप छोड़ी है।

संस्था के संरक्षक डॉ विकास अग्रवाल ने बताया कि लोक प्रयाग की टीम द्वारा प्रस्तुत देश देश प्रेम और भजनों ने पूरे पंडाल को देशभक्ति और आध्यत्मिक रंग में रंग दिया। लोक प्रयाग राजिम की प्रस्तुति के दौरान पूरे सप्ताह भर पूरा पंडाल दर्शकों से खचाखच भरा रहा।

डायरेक्टर श्री साहू ने छत्तीसगढ़ संस्कृति व राजभाषा विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए माना कि इस तरह के आयोजन से छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों को बड़े मंच में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। साथ ही छत्तीसगढ़ी लोक परम्परा और संस्कृति को अन्य राज्यों में प्रस्तुत करने का अवसर मिलता है।


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