धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 23 सितंबर। भारी बारिश से 22 सितंबर को खल्लारी नदी में अचानक बाढ़ आ गई। इससे नदी के दूसरे छोर में रहने वाले ग्रामीणों के साथ ही खल्लारी थाना, कैंप के जवानों का भी पंचायत और ब्लॉक मुख्यालय से संपर्क टूट गया। ग्रामीणों को नदी और कच्ची सडक़ को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ा। नदी में पानी कम होने का इंतजार ग्रामीण करते रहे।
जिले के नगरी ब्लॉक में सर्वाधिक बारिश हुई है। रविवार को यहां वनांचल में कुछ देर तेज बारिश हुई, जिससे खल्लारी नदी में बाढ़ आ गई। नदी में करीब 4 से 5 फीट पानी का तेज बहाव चलने लगा। नदी के एक छोर से दूसरे छोर का संपर्क टूट गया। थाने में तैनात पुलिस जवान भी नदी के किनारे बैठकर ग्रामीणों को समझाइश देते रहे। नदी में पानी का बहाव कम होने पर आवागमन शुरू हुआ।
खल्लारी, जोगीबिरदो, साल्हेभाट, आमझर, गाताबाहरा, चमेदा, मासुलखोई के ग्रामीणों का सारा कामकाज ब्लॉक मुख्यालय नगरी पर ही निर्भर है। आवागमन के लिए एकमात्र साधन बाइक है, वह भी खराब सडक़ के कारण नहीं चल पाती। यदि कोई इमरजेंसी हो जाए तो लोगों के लिए मुसीबत हो जाती है।
20 मिनट की बारिस से सडक़ों पर भरा पानी
22 सितंबर को शहर में देर-शाम करीब 20 मिनट तेज बारिश हुई। इस बारिश से शहर के निचले इलाके आमापारा, गणेश चौक, सिंधी धर्मशाला तक कुछ देर के लिए पानी भर गया था। यही हाल शिव चौक मार्ग का भी रहा। ड्रेनेज सिस्टम खराब होने से सडक़ों में पानी 1 फीट तक भर गया। कुछ देर के लिए आवागमन प्रभावित रहा। बारिश थमने के बाद सडक़ों से पानी उतरा, तब आवागमन सामान्य हुआ।
1 जून से अब तक 979.9 मिमी औसत बारिश हुई है। नगरी तहसील में 1224.8 मिमी, कुकरेल में 1065.8 मिमी, धमतरी में 961.8 मिमी, कुरूद में 835.3 मिमी, भखारा में 774 मिमी व मगरलोड तहसील में 757 मिमी बारिश हो गई है। वहीं गंगरेल बांध से अब तक 30.434 टीएमसी पानी छोड़ा जा चुका है। 32.150 टीएमसी क्षमता के बांध में 29.949 टीएमसी पानी है, जिसका प्रतिशत 91.86 है।