धमतरी

हाथी दल की मौजूदगी, नगरी के 15 गांवों में अलर्ट जारी, ग्रामीणों में दहशत
30-Oct-2022 12:50 PM
हाथी दल की मौजूदगी, नगरी के 15 गांवों में अलर्ट जारी, ग्रामीणों में दहशत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 30 अक्टूबर।
जिले में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। इस समय नगरी ब्लॉक के ग्राम कल्लेमेटा के आसपास ही 32 सदस्यीय सिकासेर दल के हाथियों का झुंड मंडरा रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत है।

धमतरी वनमंडल के तहत डेढ़ साल में हाथियों ने 7 लोगों को कुचल कर मार हाथियों ने मार डाला है, जबकि 3 लोगों को सीतानदी-उदंती टाइगर रिजर्व क्षेत्र में मारा है। पिछले 3 साल से धमतरी जिले के जंगल में चंदा हाथी और सिकासेर हाथी दल ने अपना डेरा डाल रखा हैं। 

वन विभाग के मुताबिक 30 अक्टूबर को सिकासेर दल के 32 हाथियों का दल नगरी ब्लाक के वन कक्ष क्रमांक 287 परिसर दक्षिण कल्लेमेटा में मंडरा रहा है। जंगल में हाथियों की चिंघाड़ से कल्लेमेटा के साथ ही आसपास के गांव बिलभदर, डोंगारडुला, गजजकन्हार, कोटाभर्री, चारगांव, भैंसामुड़ा, दुगली, तुमबहरा, संबलपुर, अमाली, छिपली, डमकाडीह, जबर्रा आदि गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। ये हाथी गांव के नजदीक न जा आए, इसके लिए वन विभाग की टीम में शामिल दल प्रमुख ओमप्रकाश चंदनिया, हेमंत निषाद, रामजी साहू, परमानंद साहू की टीम सतत निगरानी कर रहे हैं।

गौरतलब है कि धमतरी वनमंडल के तहत डेढ़ साल में हाथियों ने 7 लोगों को पटक कर मार डाला है। इनमें धमतरी के सोरम, सिलतरा, अकलाडोंगरी, केरेगांव के भानुचुवा, नगरी के संबलपुर, दक्षिण सिंगपुर के पारधी तथा दुगली के एक गांव में हाथियों से जनहानि की घटना हुई। 

सात में से 4 प्रकरणों में मृतकों के परिजनों को 6-6 लाख रुपए का मुआवजा मिल गया। सिलतरा और अकलाडोंगरी प्रकरण में अब तक पीएम रिपोर्ट वन विभाग को नहीं मिली है। विश्रामपुर में मृतक संजू मंडावी मामले में आवश्यक प्रक्रिया को पूरा कर लिया है। जल्द ही उनके परिजनों को भुगतान कर देने की बात कही जा रही है।


अन्य पोस्ट