धमतरी
26 प्रश्न सत्तापक्ष के पार्षदों ने लगाए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 13 अक्टूबर। नगर निगम में 14 अक्टूबर को सामान्य सभा की बैठक बुलाई गई है। बीते साढ़े 3 साल में यह तीसरी बैठक है। ऐसा पहली बार हुआ, जब सत्ता पक्ष ने अपने मन से बैठक बुलाई है। इससे पहले तक बुलाई गई दोनों बैठकों के लिए विपक्ष दबाव बनाता रहा। उसके बाद निगम द्वारा बैठक बुलाई गई। इस बार सामान्य सभा की बैठक में शहर विकास का कोई मुद्दा नहीं है। एक मात्र एजेंडा प्रदेश सरकार द्वारा भेजा गया प्रस्ताव है, इसे पारित कराया जाना है। बैठक के लिए 60 प्रश्न लगे हैं। इनमें 34 विपक्ष की ओर से व 26 सत्ता पक्ष के पार्षदों की ओर से हैं।
निगम प्रशासन ने 14 अक्टूबर को निगम की सामान्य सभा सम्मेलन के लिए पत्र जारी कर दिया है। सचिव द्वारा जारी पत्र के मुताबिक बैठक में 10.45 बजे से शुरू होगी। सुबह 11 बजे से 12 बजे तक पार्षदों द्वारा लगाए प्रश्नों के उत्तर दिए जाएंगे। इसके बाद नगर पालिक निगम क्षेत्र में रहने वाले अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ा वर्ग के परिवारों के जाति प्रमाण-पत्र बनाए जाने के संबंध में विचार होगा। इसमें ऐसे परिवारों के संबंध में विचार किया जाना है, जिनके शासन द्वारा तय तारीख के पहले के मूल निवास के संबंध में कोई शासकीय या निजी दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। उनके जाति के संबंध में परिषद द्वारा विचार कर सर्व सहमति से उद्घोषणा किए जाने के संबंध में विचार किया जाएगा। यह एक मात्र मुद्दा ही विचार के लिए है। यह भी शासन की ओर से तय हुआ है। इसके अलावा शहर हित का कोई मुद्दा शामिल नहीं है।
भाजपा की ओर से लाया जाएगा संकल्प प्रस्ताव
सामान्य सभा की बैठक में भाजपा पार्षदों की ओर से संकल्प प्रस्ताव भी लाया जाएगा। लंबे अंतराल के बाद नगर निगम में सामान्य सभा की बैठक 14 अक्टूबर को बुलाई गई है। 11 अक्टूूबर को तैयारियों की समीक्षा करने के बाद प्रश्नोत्तरी के लिए लॉटरी भी निकाली गई। सामान्य सभा में महापौर और अधिकारियों को घेरने के लिए भाजपा पार्षदों की ओर से इस बार विशेष तैयारियां की गई है, जिसे देखते हुए यह बैठक काफी हंगामेदार होने की संभावना है।
अध्यक्ष के चेंबर में निकाला गया लॉटरी
सामान्य सभा की बैठक में 60 प्रश्न लगाए गए हैं। ऐसे में सदन में प्रश्न पूछने का क्रम तय करने मंगलवार को लॉटरी हुई। यह निगम अध्यक्ष अनुराग मसीह के चेंबर में निकाली गई। लॉटरी के आधार पर तय हुआ कि प्रश्न पूछने की शुरुआत कौन करेगा, इसके बाद बाकी पार्षदों के क्रम भी तय किए। क्रम तय होने के बाद पार्षद अपने प्रश्न पूछते जाएंगे।
संबंधित जनप्रनिनिधि, महापौर प्रश्नों के जवाब देंगे। 60 प्रश्नो में से 34 विपक्ष की ओर से व 26 सत्तापक्ष के पार्षदों ने लगाए हैं। सभी प्रश्न स्वीकार कर लिए गए हैं।


