धमतरी
धमतरी, 11 अक्टूबर। दंतैल हाथियों की दहशत से डुबान क्षेत्र के स्कूलों में सुरक्षा के मद्देनजर छुट्टी घोषित कर दी गई है। विद्यार्थियों को घरों में रहने कहा गया है, ताकि कोई अनहोनी न हो। पिछले दिनों ग्राम अकलाडोंगरी व कोड़ेगांव के बीच दंतैल हाथियों ने मवेशी ले जा रहे एक मजदूर को रौंदकर मार डाला। इस घटना के बाद से हाथी डुबान क्षेत्र में ही घूम रहे हैं। 10 अक्टूबर को अरौद डुबान क्षेत्र के ग्रामीणों ने ग्राम पहारियाकोन्हा के जंगल में एक दंतैल हाथी को देखा है।
घटना की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग को दी है। क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही को देखते हुए सुरक्षा के चलते स्कूल शिक्षा विभाग ने अरौद संकुल के स्कूल बरबांधा, अरौद डुबान, पटौद, हरफर, अकलाडोंगरी समेत आसपास के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दिया है, ताकि विद्यार्थी व स्कूल सुरक्षित रहे। वहीं वन विभाग लगातार ग्रामीणों को घरों में रहने अपील कर रहे हैं, ताकि ग्रामीण सुरक्षित रहे।
क्षेत्र में अलर्ट घोषित
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 11 अक्टूबर को एक दंतैल हाथी कक्ष क्रमांक आरएफ 182 में घूम रहा है। परिक्षेत्र सहायक मोगरागहन व दल प्रमुख राजेश वर्मा, दल सहायक हर्ष सिन्हा ने बताया कि शासकीय वाहन गजराज से, कोई भी जंगल न जाए की अपील की जा रही है। रात में बाहर सफर न करें। हाथी डुबान के ग्राम हरफर, बरबांधा, सिलतरा, कलारबाहरा, उरपुटी,केरेगांव रेंज की ओर बढऩे की आशंका है, ऐसे में क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
दंतैल हाथियों को खदेडऩे कलेक्टोरेट में प्रदर्शन
सोमवार को कलेक्ट्रोरेट में प्रदर्शन करते हुए डूबान क्षेत्र के ग्रामीणों ने हाथियों से लगातार हो रहे जनहानि के लिए वन विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। दस दिनों के भीतर 2 ग्रामीणों को हाथियों ने पटक-पटक कर मार डाला। ग्रामीणों का कहना है कि डूबान क्षेत्र से यदि हाथियों को खदेड़ा नहीं गया तो कभी भी और जनहानि कर सकते हैं।
वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि धमतरी जिले के जंगल में इन दिनों अलग-अलग 35 हाथी घूम रहे हैं, लेकिन किसी भी हाथी के गले में कॉलर आईडी नहीं लगा है। हाथी-मानव द्वंद नहीं रुका तो कभी भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो सकती है।


