धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 10 अक्टूबर। आरएसएस के चालीस अनुषांगिक संगठन है, जिसमें भारत माता सर्वोपरि है, स्वयंसेवक अपनी भावनाओं में काबू पा निस्वार्थ भाव से राष्ट्र सेवा में जुटे रहते हैं। किसी को भी भय, मजबूरी या स्वार्थ सिद्धि के लिए संघ से जुडऩे की जरूरत नहीं है। उक्त बातें मुख्य वक्ता के तौर पर संघ जिला प्रचारक मनोज कश्यप ने कहीं।
रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कुरुद इकाई द्वारा पथ संचलन कर विजयदशमी का पर्व मनाया। जिसमें वक्ताओं ने हिंदू समाज को जागृत एवं संगठित करने का आह्वान किया। इंडोर स्टेडियम में शस्त्र पूजन के बाद नगर में स्वयंसेवको ने पथ संचलन किया। रास्ते में भाजपा सहित विभिन्न संघ संगठनों द्वारा पुष्पवर्षा किया गया।
ध्वजारोहण के बाद मुख्य वक्ता श्री कश्यप ने भारत माता की जय के साथ अपनी बात रखते हुए कहा कि सारे समाज को राष्ट्रभक्ति और देशभक्ति के लिए तैयार करना है।
उन्होंने कार्यक्रम में एक कार्यकर्ता द्वारा किसी दल का जय बोलने पर आपत्ति की और कहा कि ऐसे लोगों को संघ का विचार अच्छे से सीखना होगा। अन्य वक्ताओं ने बताया कि संघ की स्थापना 27 सितंबर 1925 में विजयदशमी के दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। संघ ने 100 वर्ष पूर्ण होने तक देश के हर गांव बस्ती में शाखा विस्तार कर भारत को विश्व गुरु बनाने का लक्ष्य रखा है।
इस मौके पर मुख्य अतिथि कुरुद तहसील साहू संघ अध्यक्ष राधेश्याम साहू, खण्ड कार्यवाह पोषण साहू, डुगेश साहू, जितेंद्र चंद्राकर, धनेश्वर निर्मलकर सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे। पुराना बाजार चौक में ज्योति,भानु चंद्राकर, गोरख देवांगन, सुनील चंद्राकर, कृष्णकांत साहू, आदर्श चंद्राकर, आनंद यदु, ऋषि सोनी, विकास चंद्राकर, किशोर यादव, कमलेश चंद्राकर, कमल शर्मा, भूपेंद्र सिन्हा आदि भाजपाईयों ने पुष्पवर्षा कर पथ संचलकों का स्वागत किया।


