धमतरी
कुरूद, 23 सितंबर। किसानों की आमदनी 2022 में दुगुनी कर देने का वादा कर सत्ता में आई केन्द्र सरकार अपना वचन निभाने में असफल रही लेकिन छग की कांग्रेस सरकार किसानों को सालाना 900 करोड़ रुपए की राहत दे कर अब 1 नवंबर से 1 करोड मीट्रिक टन धान रिकॉर्ड दाम में खरीदने का ऐलान कर जता दिया कि हम जुमलेबाजी में नहीं काम करने में यकीन करते हैं, उक्त बात मंडी अध्यक्ष नीलम चन्द्राकर ने कही।
छत्तीसगढ़ में दूसरे सबसे अधिक धान आवक वाले केंद्र कुरूद मंडी के अध्यक्ष नीलम चंद्राकर ने प्रदेश सरकार के इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेते हैं । 1 नवंबर से धान खरीदने के निर्णय से किसानों में खुशी का माहौल है। मैं खुद एक किसान का बेटा हूं और किसानों के दुख-दर्द और उनकी खुशी को बहुत करीब से महसूस करता हूं । कांग्रेस हमेशा किसान हित को देखते हुए फैसले लेती है। किसानों को खुशहाल बनाना भूपेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। तभी तो 17.82 लाख किसानों पर बकाया 9270 हजार करोड़ रूपए का कृषि ऋण माफ, 325 करोड़ रूपए का सिंचाई कर तथा 5 लाख से अधिक किसानों को नि:शुल्क एवं रियायती दर पर बिजली उपलब्ध कराकर सालाना लगभग 900 करोड़ रूपए की राहत दी है। इस साल धान फसल की बेहतर स्थिति को देखते हुए बीते वर्ष 98 लाख मीट्रिक टन की तुलना में इस वर्ष 1 करोड़ मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदने का लक्ष्य है।
धमतरी जिला कांग्रेस प्रवक्ता नीलम ने बताया कि राज्य सरकार देश में सबसे अधिक कीमत पर धान खरीदी, किसानों के कृषि ऋण और सिंचाई कर माफी, सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी किसान न्याय एवं गोधन न्याय योजना के जरिए राज्य के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए अब तक एक लाख करोड़ रूपए से अधिक की राशि सीधे ग्रामीणों, किसानों, पशुपालकों और लघु वनोपज संग्राहकों के बैंक खाते में पहुंचा चुकी है। यही वजह है कि अन्य राज्यों की तुलना में यहां व्यापार-व्यवसाय बेहतर स्थिति में है।


