धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 11 सितंबर। कृषि एवं संबंधित विभागों की समीक्षा के लिए जिला स्तरीय कृषि स्थायी समिति की बैठक जिला पंचायत सभाकक्ष में हुई। कृषि विभाग के सभापति तारिणी चन्द्राकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि किसानों के खातों में बीमा की राशि रबी फसल की 6.99 करोड़ रुपए और गत खरीफ की 67 करोड़ रुपए जमा हो गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि जिले में पिछले साल की तुलना में इस साल 22 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई तथा कुछ स्थानों में त्रुटिवश जलभराव हुआ है, जो बीमा के दायरे में नहीं आता है। साथ ही इस साल लक्ष्य की तुलना में ज्यादा रकबे में धान की फसल लगी है। बीज भण्डारण की जानकारी देते हुए बताया गया कि खरीफ में पर्याप्त मात्रा में बीज भंडारण हुआ था। धान प्रदर्शन में जिंक राईस, रागी 24 क्विंटल, कोदो 20 क्विंटल, उड़द और मूंग 20.20 क्विंटल भंडारण कर वितरण किया गया।
आम की नर्सरी 101 हेक्टेयर में की गई
जिला विपणन अधिकारी सीआर जोशी ने बताया कि जिले में पांच खाद गोदाम हैं, जिसमें पर्याप्त मात्रा में उर्वरक का भंडारण हुआ है। किसानों द्वारा उठाव करने के बाद फिर से भंडारण करना संभव होगा। इससे किसानों को समय पर और आवश्यक मात्रा में खाद उपलब्ध हो सकेगी। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक डीएस कुशवाहा ने बताया कि आम नर्सरी 110 हेक्टेयर के लक्ष्य के विरूद्ध 101 हेक्टेयर की पूर्ति की गई। बेन्द्रानवागांव नर्सरी में इस साल आम फसल की नीलामी तीन लाख 62 हजार रुपये और रांकाडीह नर्सरी में 15 हजार रुपए की हुई। मनरेगा के तहत तैयार पौधे किसानों और पंचायतों को नि:शुल्क वितरित किया जाता है तथा सब्जियों में मल्चिंग के लिए 40 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। इसकी प्रति एकड़ लागत राशि 20 हजार रुपए है। उन्होंने बताया कि रबी में आलू वितरण किया जाता है। इस साल लगभग 200 किसानों को वितरित किए जाने का लक्ष्य है। पशुपालन विभाग के उप संचालक पशुओं में टीकाकरण के लक्ष्य और पूर्ति, कृत्रिम गर्भाधान, केसीसी और किसान भ्रमण की जानकारी दी गई। पशुपालकों के भ्रमण में प्रति हितग्राही दस हजार रुपये व्यय का प्रावधान है।


