धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 11 सितंबर। श्रीराम हिंदू संगठन द्वारा गणेश विसर्जन महोत्सव का आयोजन शनिवार देर-रात को किया गया। महोत्सव को देखने हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। घड़ी चौक से लेकर विंध्यवासिनी मंदिर तक लोगों का तांता लगा रहा। रात 11 बजे घड़ी चौक पास से गणेश प्रतिमाओं की मूर्ति आगे बढ़ी, जो विंध्यवासिनी मंदिर के पास सुबह 6 बजे समाप्त हुई। रातभर युवा थिरकते रहे।
शहर में गणेश विसर्जन के दौरान झांकी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। झांकी प्रतियोगिता न रख कर विसर्जन महोत्सव रखा गया। शहर की सभी प्रमुख गणेश मूर्ति घड़ी चौक पहुंचकर बाजे गाजे के साथ निकली। चौक में श्रीराम हिंदू संगठन के विशालकाय पंडाल से स्वागत कर पुरस्कृत किया गया।
इस दौरान भीड़ का उत्साह देखते ही बन पड़ा। आगे विंध्यवासिनी मंदिर तक धीरे-धीरे सभी मूर्तियां बढ़ती रही। इस साल कोरोना संक्रमण का असर नहीं होने के चलते बिना किसी रोकटोक के श्रद्धालुओं ने गणेशोत्सव पर्व मनाया। अंतिम दिन ढोल-ताशे और डीजे में भक्ति संगीत की धुन पर नाचते-गाते ही भगवान गणेश को अंतिम विदाई दी गई।
गोताखोरों की रही व्यवस्था
भिलाई में गणेश विसर्जन के दौरान हुई घटना को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से गोताखोरों की विशेष व्यवस्था की गई थी। यहां पुलिस के गोताखोर समेत अन्य प्रशिक्षित गोताखोरों को भी तैनात किया गया था। जेसीबी और टायर ट्यूब के माध्यम से गणपति को जल में विसर्जित किया गया।
सीसीटीवी से निगरानी
रात में घड़ी चौक में प्रदर्शन झांकी का आयोजन भी किया गया, जिसमें अनेक समितियों ने भगवान श्रीगणेश के साथ ही नयनाभिराम झांकियां सजाकर विसर्जन यात्रा में निकले। इस बीच पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा और शांति व्यवस्था के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। पहली बार इस तरह के आयोजन में पुलिस की ओर से सीसीटीवी कैमरा लगाकर निगरानी की गई।


