धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 17 मई। जिला भाजपा द्वारा गौशाला मैदान में आयोजित जेल भरो आंदोलन दोपहर करीब 1 बजे शुरू हुआ। भाजपा का दावा है कि 4700 लोगों की गिरफ्तारी सूची पुलिस को सौंपी गई, लेकिन पुलिस के मुताबिक 1892 लोगों की गिरफ्तारी सामने आई है।
पूर्व मंत्री व कुरुद विधायक अजय चंद्राकर के नेतृत्व में यह आंदोलन हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से यहां अराजकता का माहौल बन गया है। अपराधों के ग्राफ में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है। पूरे प्रदेश समेत धमतरी जिले में एक रूपए का भी विकास कार्य नहीं हुआ है। निर्वाचित हुए सरपंचों को गोबर, कंपोस्ट खाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने भूपेश सरकार पर माफिया राज चलाने का आरोप लगाया। विधायक ने स्पष्ट कहा कि जब यह काला कानून वापस नहीं लिया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
विधायक रंजना साहू ने सरकार के फैसले को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आम जनता को विरोध करने का मौलिक अधिकार प्राप्त है, लेकिन यह सरकार इसे भी जनता से छीनने की कोशिश कर रही है, जिसका भाजपा संगठन पूरजोर विरोध करता है।
पूर्व विधायक इंदरचंद चोपड़ा ने प्रदेश में सत्तारूढ़ भूपेश सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए कहा कि इस सरकार को जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है। काला कानून लाकर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस दौरान श्रवण मरकाम, बीथिका विश्वास, अरविंदर मुंडी, प्रीतेश गांधी, अर्चना चौबे, कविन्द्र जैन, कल्पना रणसिंह, चेतन हिंदुजा, रामू रोहरा, देशांत जैन, महेंद्र पंडित, पार्वती वाधवानी, विजय मोटवानी, भानु चंद्राकर, रविकांत चंद्राकर, नरेन्द्र रोहरा मौजूद रहे।
पूर्व मंत्री अजय हुए नाराज
सोमवार को दोपहर 3.30 बजे गौशाला मैदान से रैली के रूप में कार्यकर्ता विंध्यवासिनी मंदिर, रामबाग, सदर बाजार, कचहरी चौक होते हुए सिटी कोतवाली पहुंचे। यहां अजय चंद्राकर ने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए शांति पूर्वक प्रदर्शन करने ही समझाइश देते रहे, लेकिन कार्यकर्ता अपनी मनमर्जी चलाते रहे। वे नाराज होकर जमीन पर बैठ गए, जिसके बाद कार्यकर्ता शांत हुए। वे कोतवाली थाना परिसर में बैठकर धरना प्रदर्शन करते रहे।
सुरक्षा की चाक-चौबंद रही व्यवस्था
जिला भाजपा संगठन की ओर से आयोजित जेल आंदोलन कार्यक्रम को देखते हुए जिला पुलिस प्रशासन की ओर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। कोतवाली थाना समेत अर्जुनी, रूद्री और कुरूद टीआई को मौके पर तैनात किया गया था। उनके साथ पुलिस के आलाधिकारी भी मौजूद रहे। आपातकालीन स्थिति से निबटने के लिए खुफिया पुलिस की भी ड्यूटी लगाई थी। वीडियोग्राफी भी कराया गया है। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया था।


