धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 3 मई। कृत्रिम गर्भाधान के क्षेत्र में पशु चिकित्सा विभाग ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। जिले के मगरलोड विकासखंड के पशु चिकित्सालय भेंड्री सेक्टर के अधीनस्थ कपालफोड़ी में कृत्रिम गर्भाधान तकनीक से गाय ने जुड़वा बछड़ों को जन्म दिया है।
पशु चिकित्सा विभाग की सहायक शल्यज्ञ डॉ. वर्षा जैन ने बताया कि कपालफोड़ी गांव में निजी कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता ओमप्रकाश कंवर के द्वारा 9 माह पूर्व कपालफोड़ी के पशुपालक खेमनलाल साहू की गाय का कृत्रिम गर्भाधान किया गया था, जिसके सत्यापन के लिए जब पशुपालक के घर भ्रमण किया गया तो पता चला कि उनके यहां कृत्रिम गर्भाधान वाले गाय के जुड़वा बछड़े हुए हैं। दोनों बछड़े नर हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं।
डॉ. जैन ने बताया कि ये उनके कैरियर में यह पहली प्राकृतिक घटना है, जिसे कृत्रिम गर्भाधान की विशेष उपलब्धि मानी जा सकती है।
लाखों में एक होती है ऐसी घटना
गायों की प्रजाति में ऐसे जुड़वा बच्चे पैदा होने की संभावना बहुत कम पाई जाती है, जो कि संभवत: लाखों में एक होती है। यह तभी संभव होता है, जब एक ही समय में गाय के अंडाशय के द्वारा 2 अंडों का विमोचन हो। दोनों अंडे 2 अलग-अलग स्पर्म के द्वारा एक ही समय में निषेचित हों। इसे विज्ञान की भाषा में डाईजायगोटिक ट्विंस कहा जाता है और ये जुड़वा बछड़े इसी के उदाहरण हैं।


