दन्तेवाड़ा
एमएसएमई योजनाओं, वित्तीय सहायता व पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया की जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली /किरंदुल, 20 नवंबर। किरंदुल परियोजना में एमएसईएस - विकास व सुविधा कार्यक्रम 18 नवंबर को किरंदुल परियोजना में रवीन्द्र नारायण, अधिशासी निदेशक के निर्देशन में अधिशासी निदेशक के सम्मेलन कक्ष में परियोजना के अधिकारियों व परियोजना कार्यों में संलग्न एमएसईएस वेंडरों/कांट्रेक्टर्स के लिए एमएसएमई-विकास व सुविधा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह प्रशिक्षण दो सत्रों में किया गया। प्रथम सत्र का आरंभ मुख्य अतिथि रवीन्द्र नारायण, अधिशासी निदेशक को पुष्पगुच्छ देकर हार्दिक स्वागत किया गया। साथ ही लोकेश कुमार परगनिहा,संयुक्त निदेशक, एमएसएमई, डीएफओ-रायपुर, बलवीर सिंह, सहायक निदेशक, एमएसएमई, डीएफओ-रायपुर, राकेश तिवारी, जेम एक्सपर्ट, रायपुर को भी पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। सुशील चंद्र गुप्ता सहा.महाप्रबंधक (सामग्री) ने स्वागत भाषण दिया।
श्री परगनिहा, संयुक्त निदेशक, एमएसएमई ने परियोजना के अधिकारियों को एमएमएमई के बारे में विस्तृत रूप से बताते हुए कहा कि एमएसएमई योजना भारत सरकार की एक प्रणाली है जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने और उनका समर्थन करने के लिए है। इसका उद्देश्य इन व्यवसायों को ऋ ण, वित्तीय सहायता और अन्य लाभ प्रदान करना है, ताकि वे आगे बढ़ सके और रोजगार पैदा कर सकें और देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकें। यह 2006 से एमएसएमईडी अधिनियम के तहत स्थापित की गई है। एमएसएमई में पंजीकरण करने से छोटे और मंझले व्यवसायों को सरकारी योजनाओं और वित्तीय सहायता देना, आसान किस्तों ऋण उपलब्ध कराना, मशीनरी खरीदना और व्यवसाय का विस्तार करना, अपने उत्पादन, निर्यात और नवाचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, रोजगार सृजन शहरी, कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना है। साथ ही एमएसएमई में पंजीकरण के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभों के पात्र हो जाते हैं।
सत्र के दौरान रंजीत धिवारे, सहा.महाप्रबंधक (सामग्री) द्वारा भी वीआईएमएस पोर्टल के बारे में उपस्थित वेंडर्स को सविस्तार से समझाया गया।
इसी प्रकार द्वितीय सत्र में जैम एक्सपर्ट राकेश तिवारी,रायपुर के द्वारा परियोजना कार्यों में संलग्न वेंडरों/कांट्रेक्टर्स/एमएसएमई अधिकारियों को भी एक्सपर्ट ने एमएसएमई से संबंधित जानकारी दी और कहा कि आजकल ऑनलाईन का जमाना है तथा पारदर्शिता और कार्य में शीघ्रता लाना महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में वेंडरों ने योजना में आनेवाले दिक्कतों संबंधित प्रश्न पूछे, वहीं एक्सपर्ट ने तुरंत निराकरण करते हुए उनकी दिक्कतों का समाधान किया।
कार्यक्रम में के.पी.सिंह, मुख्य महाप्रबंधक (उत्पादन), एम.सुब्रमण्यन, महाप्रबंधक (विद्युत) संयंत्र,एस.के.कोचर, महाप्रबंधक (खनन),पी.बी.एंटोनी,महाप्रबंधक (सामग्री),वी. मधुसुदन, महाप्रबंधक (विद्युत)/संविदा, सुशील कुमार पांडेय,उप महाप्रबंधक (सिविल), शरद गुप्ता, वरि.प्रबंधक (सामग्री), नीतू देवांगन, उप प्रबंधक (सामग्री), नवीन रूंकू, उप प्रबंधक (सामग्री), ईशा श्रीवास्तव, सहा.प्रबंधक (सामग्री) एवं श्री दलिप कुमार, सहा.प्रबंधक (सामग्री) सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण व नगर के वेंडर्स/कांट्रेक्टर्स उपस्थित थे।
ार्यक्रम का संचालन सुशील चंद्र गुप्ता, सहा.महाप्रबंधक (सामगी) और धन्यवाद ज्ञापन के.इलांगो, उप महाप्रबंधक (सामग्री) ने किया।


