दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 18 नवंबर। प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना केंद्रीय नोडल अधिकारी, अलर मेल मंगई डी द्वारा समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में केंद्रीय नोडल अधिकारी द्वारा धन धान्य कृषि योजना को केन्द्र सरकार की अत्यंत प्राथमिकता पूर्ण योजना करार की कहा कि देश के प्रधानमंत्री के मंशानुरूप चयनित जिलों में लागू की गई, इस योजना को कृषि विभाग सहित इसके सहयोगी अन्य विभाग अभिसरण समन्वय एवं एकीकरण के माध्यम से बेहतर प्रदर्षन करें और इसके क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों के निराकरण हेतु आवश्यकता अनुरूप कदम उठाएं। उन्होंने जिला प्रशासन की टीम की सराहना करते हुए कहा कि योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रशासन की टीम ने अब तक इस दिशा में उत्कृष्ट कार्य किया है और इसी भावना से भविष्य में भी योजना के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास किए जाने चाहिए। दंतेवाड़ा जिले में पहले से ही उद्यानिकी, मिलेट्स, प्राकृतिक खेती को बेहतर ढंग से किया जा रहा हैं, साथ ही वनोपज, डेयरी एवं मछली पालन की दिशा में अच्छा प्रयास हो रहा है। इसके पूर्व कलेक्टर नें ने पीपीटी के माध्यम से जिले की कृषि परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिले की संपूर्ण कृषि भूमि, 96890, शुद्ध बोया गया क्षेत्र, 92233, सकल फसल क्षेत्र 101.50 सिंचित कृषि 11660 असिंचित कृषि 82067, अनुपजाऊ भूमि, 31820, हेक्टेयर है इसके अलावा वन हेक्टेयर 35310 तथा नदियों की संख्या 03 है जिले में औसत वार्षिक वर्षा 1480 मिलीमीटर दर्ज की गई हैं।
इसके साथ ही जिले में किसान भूमि धारकों की संख्या 29718 है। इसके साथ ही उन्होंने द्वारा जिले में मशीनीकरण का उपयोग, मृदा स्वास्थ्य, पशुओं की संख्या, मत्स्य पालन, मुर्गी, बकरी पालन, के बारे में भी जिले के स्थिति से बैठक में अवगत कराया। बैठक में इसके अलावा कृषक कल्याण जारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, नेशनल मिशन ऑफ नेचुरल खेती, अन्नदाता आय सकर्षण अभियान, जैसे विभिन्न योजनाओं में जिले की लक्ष्यों के संबंध में भी जानकारी दी गई।
बैठक में इसके अलावा योजना के अन्तर्गत प्राप्त उपलब्धियों जैसे धान एवं लघु अनाज में श्री विधि को बढ़ावा देना, कृषि यांत्रिकीकरण द्वारा उत्पादकता वृद्धि, तिलहन क्षेत्र विस्तार तोरिया एवं रामतिल, दलहन क्षेत्र विस्तार-अरहर, जैविक बीज उत्पादन कार्यक्रम, देसी बीज बैंक की स्थापना, कृषकों के उत्पाद के भंडारण हेतु गोदाम निर्माण, जैविक खाद उत्पादन हेतु बीआरसी स्थापना, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) कवरेज में वृद्धि- फसल ऋण, जैविक कार्यकर्ता एवं एलआरपी के माध्यम से प्रशिक्षण की जानकारी केन्द्रीय नोडल अधिकारी को दी गई। बैठक के समापन पर कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन धन धान्य कृषि योजना द्वारा तय सूचकांकों एवं लक्ष्यों के सेचुरेशन के लिए प्रतिबद्ध है, और आने वाले समय में जिले को उत्कृष्ट रैंक दिलाने हेतु हर संभव प्रयास किया जाएगा। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री जंयत नाहटा, अपर कलेक्टर श्री राजेष पात्रे, डीडीए सूरज पंसारी सहित सहयोगी विभाग के विभाग प्रमुख उपस्थित थे।


