दन्तेवाड़ा

प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने किया रेडी-टू-ईट उत्पादन इकाई का उद्घाटन
11-Oct-2025 11:06 PM
प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने किया रेडी-टू-ईट उत्पादन इकाई का उद्घाटन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दंतेवाड़ा, 11 अक्टूबर। दंतेवाड़ा के कुआकोंडा विकासखंड में दंतेश्वरी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित रेडी-टू-ईट उत्पादन इकाई का शुभारंभ शनिवार को किया गया। कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ माँ दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर किया गया। इसके बाद प्रभारी मंत्री श्री कश्यप ने फीता काटकर उत्पादन इकाई का उद्घाटन किया और बटन दबाकर मशीनों को चालू किया। उन्होंने पूरे उत्पादन एवं पैकेजिंग प्रक्रिया का निरीक्षण किया और तैयार हो रहे रेडी-टू-ईट पैकेटों की गुणवत्ता देखी।

केदार कश्यप ने अपने संबोधन में दंतेश्वरी महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि यह दंतेवाड़ा के लिए गर्व का विषय है कि अब जिले में ही पौष्टिक आहार के निर्माण की इकाई शुरू हो गई है।

उन्होंने कहा कि पहले क्षेत्र में जो समस्याएं थीं, वह अब दूर हो रही है। यह बदलाव महिलाओं की सकारात्मक जागरूकता के फलस्वरूप दिख रहा है। यहां की महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बन रही हैं।

उन्होंने कहा कि शासन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़ एवं पुल-पुलिया जैसे क्षेत्रों में तेजी से विकास किया जा रहा है, और अब महिलाएँ आर्थिक रूप से सशक्त होकर ‘लखपति दीदी’ बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। मंत्री ने सभी से स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने और पोषण युक्त आहार के उपयोग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की अपील की।

 मंत्री श्री कश्यप ने इस अवसर पर सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु चलाई जा रही प्रमुख योजनाओं,महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, महिला कोष ऋण योजना और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की जानकारी दी और महिलाओं से इनका लाभ लेने का आग्रह किया।

विधायक चैतराम अटामी ने कहा कि दंतेवाड़ा जिले से कुपोषण को समाप्त करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जिले में लगातार नई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं, जो महिलाओं और समाज को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।

श्री अटामी ने महिलाओं से अधिक से अधिक संख्या में स्वयं सहायता समूहों से जुडऩे का आह्वान किया ताकि वे आर्थिक रूप से और अधिक सक्षम बन सकें। इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने भी समूह की महिलाओं के प्रयासों की सराहना की और इस पहल को जिले में पोषण, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम बताया।

महिला बाल विकास अधिकारी वरुण नागेश ने बताया कि आने वाले समय में रेडी-टू-ईट आहार का वितरण कुआकोंडा, किरंदुल, कटेकल्याण और बड़ेगुडरा परियोजनाओं के अंतर्गत किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि इस यूनिट से लगभग 13,000 बालक-बालिकाएं, 2,000 गर्भवती महिलाएं और 2,500 शिशुवती माताएं लाभान्वित होंगी। रेडी-टू-ईट खाद्य सामग्री के सेवन से बच्चों में कुपोषण घटेगा तथा गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं में एनीमिया की समस्या दूर होगी। इस परियोजना से महिला समूहों को आर्थिक लाभ के साथ-साथ स्वरोजगार का अवसर भी मिलेगा। कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी, संतोष गुप्ता, कलेक्टर कुणाल दुदावत और डीएफओ सागर जाधव प्रमुख रूप से मौजूद थे।


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