दन्तेवाड़ा

लौह अयस्क नमूनों में एक साथ कई तत्वों का पता लगाने व मात्रा निर्धारित करने में मिलेगी मदद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 4 मार्च। दंतेवाड़ा के बैलाडीला की खदान अपने उच्चतम लौह अयस्क के लिए विश्व विख्यात है, जिसका खनन देश की नवरत्न कंपनी एनएमडीसी द्वारा किया जा रहा है। एनएमडीसी बचेली परियोजना में लौह अयस्क के एक साथ कई तत्वों का पता लगाने व मात्रा निर्धारित करने रसायन प्रयोगशाला में नवीनतम उन्नत तकनीक के उपकरण का लाया गया है।
गत दिनों परियेाजना के अधिशासी निदेशक बी. वेंकटश्वर्लु द्वारा आईसीपी-ओईएस यानि इंडक्टिवली कपल्ड प्लाज्मा ऑप्टिकल एमिशन स्पेक्टेकोप उपकरण का उदघाटन किया गया। प्रयोगशाला के अधिकारी ने जानकारी देते बताया कि यह एक नवीनतम उन्नत शक्तिशाली विश्लेषणात्मक तकनीक है जिसका उपयेाग कर लौह अयस्क आदि में टे्रस तत्वों का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह उपकरण अमेरिका के कंपनी अजिलेंड का है जिसकी लागत करीब 80 लाख रूपये है।
रसायनिक प्रयोगशाला में कई महत्वपूर्ण लाभ है यथा बहु तत्व विशलेषण लौह अयस्क के नमूनो में एक साथ कई तत्वो का पता लगाता है और उनकी मात्रा निर्धारित करता है। उच्च संवेदनशील जटिल मैट्क्सि में भी धातुओ के ट्ेस स्तरो का पता लगाने मे सक्षम है। वाइड डायनेमिक रेंज लोह अयस्क के नमूनो मेें तत्वो की कम और उच्चा संाद्रता दोनो को माप सकता है। गति और दक्षता खनन कार्यो में तत्वरित निर्णय में लेने सक्षम, तेजी से परिणाम प्रदान करता है।
यह स्पेक्ट्रोमीटर बहुमुखी उपकरण है जो गुणवत्ता नियंत्रण, नियामक अनुपालन और वैज्ञानिक जांच के लिए सटीक और विश्वसनीय डेटा प्रदान करके खनन उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उद्घाटन के दौरान उत्पदान मुख्य महाप्रबंधक पी. रामययन, खनन महाप्रबंधक शिवा कुमार, सामग्री महाप्रबंधक सी. श्रीधर, एमएंडएस विभाग के महाप्रबंधक जी. गोगई, वित्त महाप्रबंधक अजय द्विवेदी, कार्मिक उपमहाप्रबंधक सौरभ कुमार, उपमहाप्रबंधक जर्नाधन वर्मा, सतर्कता अधिकारी पंकज दरयापुरकर, रसायन प्रयोगशाला के महाप्रबंधक डॉ. राजेश श्रीवास्तव, वम्शी कृष्णा एवं अन्य विभागध्यक्ष, अधिकारी कर्मचारियों की मौजूदगी रही।